उत्तरकाशी
अटल उत्कृष्ट स्कूल से हाईटेक शिक्षा का दावा करने वाला सिस्टम और शिक्षा के मामले में प्रदेश को चौथे स्थान पर पहुंचाने वाली डबल इंजिन सरकार के दावो की पोल खोल रहा है उत्तरकाशी जिले का राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का ये जर्जर भवन। जहा कोरोना लौक डाउन के डेढ़ साल बाद सोमवार को कक्षा 9 से 12 तक की छात्र-छात्राएं बड़े उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे तो देखा टीनशेड मे चल रहे स्कूल भवन की बल्लियां सड़ गल कर टूट चुकी हैं, और लैब में पानी भरा हुआ है।
किसी अनहोनी के डर से छात्रो को पहले दिन खुले आसमान के नीचे बैठाया गया | मौसम साफ था इसलिए खुले मैदान मे में क्लास चल सकी अगर मौसम बिगड़ जाता तो फिर छुट्टी कि मजबूरी |
स्कूल की स्थिति की सूचना मिलने पर क्षेत्र पंचायत सदस्य तनुजा नेगी सहित ग्राम प्रधान साल्ड संजू नेगी, प्रधान ज्ञानजा ममलेश भट्ट, सहित अभिभवाक संघ अध्यक्ष धर्मेंद्र नेगी, पीटीए अध्यक्ष सरत सिंह, मनसाराम नौटियाल, कुशाल राणा, आनंद पंवार, विद्यालय पहुंचे।
उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय से महज 5 किमी की दूरी पर स्थित इस जीर्ण-शीर्ण स्कूल का कई बार जनपद के उच्च अधिकारियों ने निरीक्षण किया। उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तो पिछले वर्ष स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने त्रिपाल के सहारे जर्जर हो चुके भवनों को ढकने की कोशिश की थी।
दरअसल 13 वर्ष पूर्व विद्यालय के नए भवन के लिए 98 लाख की धनराशि आई थी , जिसमें से 3 वर्ष में मात्र भवन के पिलर और ढांचा ही तैयार हो सका, उसके 10 साल बाद से अधूरा भवन ज्यू का त्यु पड़ा है और आज भी भवन निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया | आलम ये है जो आधा अधूरा भवन बना भी था वो भी अब खंडहर बन गया है |
न्याय पंचायत के जन प्रतिनिधियों ने चेतवानी दी है कि 10 दिन के भीतर जर्जर पड़े स्कूल भवनों की स्थिति नहीं सुधारी गयी तो जीआईसी साल्ड के सभी छात्र/छात्राओं की क्लास जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लगाई जाएगी और आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा |
राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड के प्रभारी प्रधानाचार्य बृजकिशोर राणा ने स्वीकार किया कि स्कूल के कम्प्यूटर लैब , कक्षाएं और स्टाफ रूम जर्जर हो चुके हैं। इसके लिए उच्च सूचित किया गया है |