देहरादून। उत्तराखंड बाल्मीकि समाज कल्याण समिति द्वारा हाथरस में बेटी मनीषा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और जैसी दरिन्दगी दिखाई गई थी उसकी रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया गया था और उसकी जीभ तक को भी काट दिया गया था ताकि वह कोई बयान ना दे पाऐं इसके कारण मनीषा अपने जीवन की जंग हार गई मनीषा को न्याय मिले इसके लिए उत्तराखंड बाल्मीकि समाज कल्याण समिति द्वारा समिति की प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर बबीता सहोत्रा आनंद के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया।
इस अवसर पर डॉक्टर बबीता ने कहा कि बेटी मनीषा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं एवं अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि देती हूँ और सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ कर फांसी की सजा दी जाए ताकि और कोई इस तरह का अपराध ना कर पाए। उन्होंने मांग की कि जिस तरह से निर्भया कांड टिंकल पंडित के परिवार को भारत सरकार व सुप्रीम कोर्ट ने जो भी मदद सहायता दी थी संविधान के समानता के नियम के आधार पर वही सारी मदद सहायता हाथरस की कुमारी मनीषा की हत्या के मामले में वही सारी मदद सहायता सुविधाएं कुमारी मनीषा बाल्मीकि के परिवार को मिलनी ही चाहिए जब तक सभी सहायताएं सुविधाएं सरकार देने का आदेश नहीं करती तब तक बाल्मीकि समाज सड़क से संसद तक आंदोलन कर मांग करते ही रहेंगे! इस अवसर पर समिति के महामंत्री राजीव गोदियाल ने कहां की ऐसे दरिंदों को चैराहे पर फांसी पर लटकाना चाहिए समाज से ऐसे लोगों के परिवारों का बहिष्कार करना चाहिए। इस अवसर पर बोलते हुए पार्षद योगेश ने कहां की बाल्मीकि समाज के हर बच्चे बच्चे में इस कांड से बहुत रोष है जब तक मनीषा को न्याय नहीं मिलेगा हम लोग आवाज उठाते रहेंगे। इस अवसर पर जॉनी गोदियाल, मीनू चड्डा, कुसुम सहोत्रा, सतपाल, अजय, रोहित सहोत्रा, यशोदा देवी, सरिता देवी, प्रेमराज,शोभा, सुभाष बाल्मीकि, पिंकी, सुधीर, विकास,विनय, नितिन गोयल, रामकुमार चैटाला, किशोर भगत, धीरज गोदियाल, पंकज रोहित, रोहित गोयल, सुभाष बाल्मीकि, सौरभ राय, राजीव कनौजिया, राजा कॉर्डियाल, निखिल कुमार, निशांत, मयंक, सोनू घोशल, विशाल चैहान, निखिल टांक आदि शामिल रहे।