टिहरी। सीमांत गांवों की स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए सरकार के तमाम दावे हैं लेकिन पिनस्वाड़, ऊर्णी, कोटी, अगुड़ा, तितरुणा के ग्रामीणों के हिस्से में दवाइयां भी नसीब नहीं है। ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं तो दूर, उन्हें टीकाकरण से लेकर बुखार तक की दवाइयों के लिए लंबी दूरी नापनी पड़ती है। इन गांव में एएनएम सेंटर नहीं होने के कारण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को 30 से 40 किमी दूर जाना पड़ रहा है।
भिलंगना ब्लॉक के सबसे दूरस्थ क्षेत्र के गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। ग्रामीण लंबे समय से पिनस्वाड़ में एएनएम सेंटर से लेकर एलोपैथिक चिकित्सालय खोलने की मांग कर रहे हैं। कई बार के आश्वासन के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है। ग्राम प्रधान दीपक जखेड़ी, हिमा गुनसोला, भगवान रावत, मक्खन सिंह नेगी, सुरेंद्र पंवार, जयवीर रावत, भरत सिंह नेगी, भरत राणा का कहना है कि ग्रामीण मामूली बीमारी के उपचार से लेकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीका लगवाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस संबंध में सीएमओ डॉ. संजय जैन का कहना कि पिनस्वाड़ में एएनएम सेंटर खोलने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने पर एएनएम सेंटर शुरू करवाया जाएगा।