विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब कुंवर प्रणव चैंपियन उत्तर प्रदेश जाकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे ?कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को चार बार विधानसभा में चुने जाने के बाद भी मंत्री पद न मिलने का मलाल कुछ इस अंदाज में दिखाई दे रहा है कि अब वे प्रदेश मे पहाड़ बनाम मैदानवाद का नया शुगूफ़ा छेड़ने जा रहे है?
काँग्रेस से बीजेपी मे आने के बाद अपने बड़ बोलेपन को लेकर चर्चा मे आए कुँवर प्रणव चैंपियन को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने अपने कार्यकाल मे चू बुलवा दिया था लेकिन एक बार फिर धाकड़ धामी सरकार मे चैंपियन अपनी छाती के बाल दिखाने लगे है । कभी शराब के पैग के साथ उत्तराखंड को गाली देने वाले चैंपियन हाल ही मे देहरादून पुलिस से हुए विवाद के बाद अपना पलड़ा हलक देख फिर से करवट बदलकने लगे है उत्तराखंड की राजनीति मे अक्सर विवादों में रहने वाले चैंपियन अब नई सियासत की बिसात बिछाने की कोशिशों में है? और ये विसात किस तरह से और कहाँ बिछेगी ? चॅम्पियन कब और कहां किससे मिलेंगे ये अभी तक तो तय नहीं है लेकिन राजनीतिक तौर पर उनके बयान के बाद गहमागहमी बढ़ गई है दरअसल चैंपियन को ये लगता है उत्तराखंड में पहाड़वाद और मैदानवाद की वजह से उनके करियर पर धक्का लगा है। चैंपियन की काबिलियत पर लगता है उनके कारनामे भारी पड़ गए , इसीलिए चार चार बार विधायक बनने के बाद भी वह मंत्री नहीं बन सके इसके बाद भी चैंपियन सुधारने को तैयार नहीं है और अपना बड़बोलापन जारी रखे हुए हैं। बिना मंत्री बने हुए ही चैंपियन के नखरे और चैंपियन का मिजाज कुछ अलग ही रहता है अगर वह मंत्री बन ही जाते भगवान जाने क्या-क्या ना हो जाता । लेकिन इन तमाम सियासी सवालों के बीच चैंपियन उत्तराखंड में अपनी अनदेखी का आरोप भी लगा रहे हैं और इसलिए अब उत्तराखंड छोड़ने की मूड बना रहे हैं, आइल लिए वे खुद बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन अपने इस मकसद में वह कामयाब होंगे या नहीं यह तो भविष्य ही बताएगा लेकिन अपने मुंह में अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने में चैंपियन का कोई तोड़ नहीं एक बार फिर वह अपनी तारीफ खुद ही कर रहे हैं बहुत सारी बातें कह रहे हैं कभी ढाई करोड़ की गाड़ी का हवाला देते हैं तो कभी अपनी सेहत का हवाला देते हैं लेकिन सवाल यह है की सियासत में यह सब क्या मायने रखता है और क्या जिस बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काटकर उनकी पत्नी को थमा दिया वह उन्हें सहारनपुर से लोकसभा लोकसभा का टिकट देगी भी या नहीं यह भी बाद सवाल है, चैंपियन शायद यह भूल रहे हैं