उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से जुड़ी चीन सीमा तक डबल लेन सड़क और पुल निर्माण को देख चीन के सैनिकों की छोटी आंखे फूल कर बडी हो गयी है, बॉर्डर पर तेजी से हो रहे निर्माण से जहाँ भारतीय सेना और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को बॉर्डर तक हथियार और रसद के साथ तत्काल पहुँचने में मदद मिलेगी वही पड़ोसी देश पाकिस्तान के बाद चीन के इस बॉर्डर पार भी खौफ देखा जा रहा है।
बीआरओ के अधिकारियों की मौजूदगी में
प्रोजेक्ट शिवालिक ने सामरिक महत्व की दो सड़कों के साथ 45 मीटर लंबे ब्रिज को राष्ट्र को किया समर्पित किया।
गिरीश गैरोला।
भारत चीन सीमा के साथ सुदूर क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए सीमा सड़क संगठन बीआरओ ने उत्तराखंड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत चीन सीमा सड़क मे नीलांग – नागा तथा नागा सोनम का डबल लेन मापदंडों के अनुरूप निर्माण पूरा कर लिया है , साथ में 12680 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थिति 45 मीटर लंबे जाड़ गंगा ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा किया है । यह प्री स्ट्रेस ब्रिज नागा सेक्टर में सबसे ऊंचाई पर स्थित है और सड़क और पुल का निर्माण दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सेना और आईटीबीपी के जवानों को बॉर्डर पर आगे के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ने में सुविधा मिलेगी।
बॉर्डर तक सड़क निर्माण नही होने से वहाँ तैनात जवानों की कई दिनों की छुट्टियां इन पैदल मार्गो को तय करने में ही निकल जाती थी वही आपातकाल के दौरान सीमा पर पहुँचने में भी अतिरिक्त थकने वाला समय बेकार में जाया होता था।
सड़क और पुल निर्माण करते समय सीमा सड़क संगठन बीआरओ ने सड़क निर्माण के लिए पर्यावरण से जुड़े कोल्ड मिक्स तकनीकी कौशल को अपनाया जिसमें पर्यावरण को कम से कम नुकसान होता है साथ ही अत्यधिक शर्दी के दौरान बर्फवारी से ढकने के बाद भी सड़क का डामर खराब नही होता है। सीमा सड़क संगठन द्वारा विषम परिस्थितियों में हाड़ जमा देने वाली अत्यधिक ठंड के बीच 12680 फीट ऊंचाई पर बाईपास का निर्माण किया गया है ।
चीन द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में तेजी से आधुनिकीकरण को देखते हुए सीमा सड़क संगठन द्वारा इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सड़कों और पुलों के निर्माण में काफी तेजी से प्रगति की जा रही है सीमा सड़क संगठन भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधिकारियों और जवानों की मौजूदगी में नीलांग – नागा सड़क और पुल का उद्घाटन कर द राष्ट्र को समर्पित किया गया सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इलाकों में बनाने के लिए सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह एवीएसएम वीएसएम ने शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंता श्री आशु सिंह राठौर बीएसएम
और शिवालिक परियोजना के सभी अधिकारियों और जवानों को बधाई दी ।
श्री आशु सिंह राठौर वीएसएम मुख्य अभियंता शिवालिक परियोजना ने बताया कि बीआरओ उत्तराखंड में सीमावर्ती क्षेत्रों को समर्पण और प्रयास के साथ जल्दी से जल्दी मजबूत बनाने में समर्पित है उन्होंने कहा कि इस वर्ष बीआरओ द्वारा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कई अन्य सड़को का निर्माण किया जाएगा उन्होंने इस कार्य को उत्तम गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिये अपनी पूरी विभागय टीम को शाबासी दी। इस अवसर पर ब्रिगेडियर एके पुंडीर तथा दो महार रेजीमेंट के सीओ भी उपस्थित रहे।