ऐसा छलका चुनावी प्रेम की जमीन भी तृप्त हो गयी।
गिरीश गैरोला
भगवान विश्वनाथ मंदिर के बाहर चौक पर
लंबे समय से बर्फवारी के बाद ठंड के चलते बंद फब्बारा अब तापमान बढ़ते ही सुरु हो गया है। चौक के शिव भक्तों पर चुनावी प्रेम ऐसा छलका की जमीन भी तर हो गयी। जमीन पर एकत्रित पानी मे कुछ देर बाद बच्चे कागज की कश्ती तैराते नजर आए तो कोई अतिसंयोक्ति नही होगी।
उत्तरकाशी मुख्यालय में भगवान विश्वनाथ चौक पर सौंदर्यीकरण के अंतर्गत बनाये गए फब्बारे से शिव की जटाओं को ठंडक मिली हो या नही किन्तु जो जल संस्थान और पालिका का संयुक्त प्रेम सड़क पर छलक रहा है उससे चौक के सौंदर्यीकरण में टाट का पैबंद नजर आने लगा है।
शिव मूर्ति के साथ बने छोटे से टैंक में एकत्र पानी को ही मोटर की मदद से फब्बारे की शक्ल में शिव की जटाओं में गिर कर फिर टैंक में ही एकत्र होना था और फिर मोटर से ऊपर उठना था, पानी की कमी होने पर मुख्य नल से पानी की आपूर्ति होनी थी जिससे चौक सुंदर लगता। किन्तु चौक पर ये फब्बारा तो शिव जटाओं में गिरने के अलावा सड़क पर भी फैल रहा है और भक्तों के लिए सरदर्द बन गया है।
जल संस्थान के अधिशाषी अभियंता बलदेव डोगरा ने बताया कि उन्होंने नगर पालिका को काफी समय पूर्व कनेक्शन दिया था, जिसे फ्लोटिंग वाल्व से ऑपरेट करने और मेन्टेन करने की जिम्मेदारी पालिका की ही है।
पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल से दूरभाष पर सम्पर्क नही होने से उनका पक्ष नही जाना जा सका।