आपदा प्रबंधन तंत्र में मानवीय कमियों की सम्भावनो को न्यूनतम करने का मंत्र हर बैठक में दिया जाता है किंतु धरातल पर जब तक स्थिति बद्दतर नही हो जाती, कोई कदम उठाने को राजी नही होता है। ताजा मामला टनकपुर – चंपावत एनएच 9 का है जहाँ बदहाल सड़क की पूरी तरह से बहने का इंतजार किया जाता रहा ऐन वक्त मौके पर फंसे 45 यात्रियों को दूसरे मार्ग से भेजना पड़ा।
सूरज बोहरा, चंपावत।
टनकपुर – चंपावत एनएच 9 के आठवां मील पर 10 मीटर सड़क पूरी तरह बहकर खाई में समा गई हैं… जिसके बाद हरकत में आये प्रशासन ने टनकपुर ककराली गेट और चम्पावत से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह को रोक दिया है… साथ ही मंगलवार की रात से टनकपुर जा रही रोडवेज की बस में फंसे हैं लगभग 45 यात्री और बस स्टाफ दूसरे वाहन से रूट डायवर्ट कर भेज दिया गया है…. वही प्रशासन ने बस्तियां और सुखिढांग के बीच बही 10 मीटर सड़क को मलवे से पाटने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है…. साथ ही शाम तक सड़क को यात्रियों के आवागमन के लिए खोलने का दावा भी किया जा रहा है…