गोपेश्वर। जंगल की आग बुझाने के दौरान अपनी जान की कुर्बानी देने वाली चमोली जिले केे बरतोली गांव की वीरबाला बीना बिष्ट की स्मृति में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 लोगों को सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने बीना के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और उनके बलिदान को याद किया। बालम सिंह गुसाईं धर्मार्थ ट्रस्ट के सभागार में बीना स्मृति फाउंडेशन की ओर से कर्णप्रयाग में आयोजित सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि मैती आंदोलन के संस्थापक और पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने किया। उन्होंने कहा कि बीना बिष्ट का पर्यावरण के प्रति प्रेम और अदम्य साहस इस दुनिया में हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने लोगों से जंगलों की रक्षा करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने की अपील की। फाउंडेशन के सचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 से लगातार प्रतिवर्ष पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य शिक्षा, समाजसेवा, लोककला संस्कृति व पत्रकारिता के क्षेत्र में पतिवर्ष यह सम्मान दिया जा रहा है। इस मौके पर वरिष्ठ सर्जन डॉ. राजीव शर्मा, संत सिंह, मंगला कोठियाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश नेगी व सुभाष गैरोला, राजेंद्र सगोई, महेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र कमांडर, मोहन लाल, हरिसिंह रावत, अनिल नेगी, भुवन नौटियाल और नरेंद्र तोपाल शास्त्री आदि मौजूद थे।
30 अप्रैल 1999 को जंगल की आग बुझाते समय बरतोली गांव की 14 वर्षीय बीना बिष्ट झुलस गई थी। 12 दिनों तक सीएचसी कर्णप्रयाग में उपचार के बाद 12 मई को उसने दम तोड़ दिया था। बीना की स्मृति में वर्ष 1999 से फाउंडेशन की ओर से प्रतिवर्ष कार्यक्रम कर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर काम करने वालों को सम्मानित किया जाता रहा है। बीना स्मृति फाउंडेशन की ओर से पर्यावरण संरक्षण के लिए पंकज ध्यानी, प्रकाश नेगी, प्रताप बुटोला, स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोनिका शैलेश, शिक्षा के क्षेत्र में शशि कंडवाल, वीरेंद्रदत्त गोदियाल, सुरेंद्र लाल, साहस के क्षेत्र में विनोद पंवार, समाज सेवा में अरविंद चौहान, इंद्र गुसाई और पत्रकारिता के क्षेत्र में दीपक शाह को सम्मानित किया गया। कर्णप्रयाग। डांडाखाल रानीगढ़ में स्व. बीना बिष्ट की स्मृति में दो दिवसीय पर्यावरण संवर्धन एवं सांस्कृतिक विकास मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी ने किया। इस दौरान जिपंस नेगी ने 2.5 लाख रुपये अतिरिक्त कक्ष के लिए देने की घोषणा की। मुख्य अतिथि ने स्व. बीना बिष्ट के माता-पिता को सम्मानित किया। इस दौरान हुए लोकनृत्य में प्राथमिक वर्ग से राप्रावि खालयोग्वाड़ प्रथम, राप्रावि ढमढमा द्वितीय, राप्रावि मझखोला तृतीय, लोकगीत में प्राथमिक वर्ग से राप्रावि ढमढमा प्रथम, खालयोग्वाड़ द्वितीय, राप्रावि मझखोला तृतीय रहे। जबकि जूनियर वर्ग लोकगीत में जूनियर हाईस्कूल ढमढमा व लोकनृत्य में जूहा ढमढमा प्रथम, जूहा द्वितीय तथा सीनियर वर्ग में लोकनृत्य में राइंका बरतोली प्रथम व लोकगीत में द्वितीय रहा। महिला मंगल दलों के कार्यक्रम में सिरण प्रथम, कांडा द्वितीय और ग्वाड़ तृतीय स्थान पर रहा। संचालन हरेंद्र बिष्ट ने किया। इस मौके पर उमाशंकर बहुगुणा, अवनीश चौधरी, अनिल नेगी, धनसिंह पुंडीर, रणबीर कंडारी, भरत बिष्ट, गुलाब बिष्ट, सजन बिष्ट, रविंद्र बिष्ट, दीपक बिष्ट,प्रकाश बिष्ट, यशवंत बिष्ट, दीपेंद्र बिष्ट, विक्रम बिष्ट थे।