शिव नगरी उत्तरकाशी के जोशियाड़ा इलाके में सावन महीने में शिव के जलाभिषेक करने गए भक्तो को बरसात ने तो स्नान करवाया ही सड़क पर बह रहे नाली के पानी ने भी कोई कोर कसर नही छोड़ी। नाली का पानी सड़क पर बहने से स्कूल और आफिस आने जाने वालों को दिक्कत तो हुई ही । नाली का पानी घरों में भी घुस गया। सूचना मिलने पर राजस्व विभाग ने मौके पर जाकर चार अतिक्रमण हटाकर सड़क से पानी तो फिलहाल हटा लिया है किन्तु नगर।पालिका में अभी सामिल हुए इस इलाके के लिए अभी भी कोई स्थायी समाधान नही हो सका।
शिव नगरी उत्तरकाशी की सोमवार और शनिवार विशेष रूप से पहिचान है। सोमवार को भक्त गंगाजल का लोटा बाबा विश्वनाथ को चढ़ाते है तो शनिवार को महाकाल के रूप में पूजे जाने वाले कालेश्वर देव को। दोनों मंदिरों को प्रकृति ने गंगा भागीरथी के दोनों तरफ बसाया था किंतु बसावट बढ़ने के साथ आवाजाही बढ़ी तो दोनों तरफ की भक्ति का आदान प्रदान भी बढ़ा।
शनिवार को भगवान कलेश्वसर को जल चढ़ाने जाने वाले भक्तों को मार्ग में ही पानी पानी होना पड़ा। हाथ मे मंदिर के लिए सजी थाल और शिव को चढ़ाने के लिए गंगा जल लेकर जाते लोगो को पहले तो इंद्र देव ने जमकर भिगाया फिर गंदे पानी ने रुलाया। इलाके में नाली में बहने वाला पानी भी पैदल मार्ग पर बहने लगा तो दिक्कत स्वाभाविक थी। ये पहली बार नही हुआ है, बरसात में हर साल का किस्सा है। लोगो के घरों में नाली का गंदा पानी भर जाता है लोग प्रसासन को कोसते है शिकायत होती है , पटवारी मौके पर आते है और लोगो को ही उनकी गलती का अहसास करा कर लौट जाते है। आखिर ये कब तक चलेगा ? लोगो मे कानून का और प्रसासन का डर क्यों नही है?क्यो नालयो पर अबैध कब्जा हो रहा है? ये सवाल उठता जरूर है किंतु वर्षा थमने के साथ ही फिर अगले वर्ष तक के लिए लुप्त हो जाता है।
शनिवार को भी यही हुआ बस इस बार एसडीएम नए थे शिकायत मिली तो उन्होंने मातहत तहसीलदार और पुलिस फ़ोर्स को मौके पर भेजा , चार- पांच स्थानों से अवैध कब्जा हटवाया गया नालियां खुली तो सड़क से पानी कम हुआ पर स्थायी समाधान इस बार भी नही हुआ।
स्थनीय निवासी आशीष नेगी और महेश थपलियाल ने बताया कि खेती के लिए बनी नलियों पर लोगो ने कब्जा कर लिया है । हर वर्ष नए घर बनते ज रहे है नालियों में पॉलीथिन भरा पड़ा है और नाली का पानी बरसाती पानी के साथ मिलकर पैदल सड़क मार्ग पर बह रहा है। इतना ही नही यही पानी लोगो के घरों में घुसकर कमरों में भर रहा है और कीमती सामान खराब हो रहा है।
इस बार जोशियाड़ा का ये इलाका भी नगर पालिका मर सामिल हो गया है। देखना होगा कि विधायक जिस समस्या का समाधान आजतक नही करा सके उस पर पालिका क्या रुख लेती है।