रुद्रपुर : किच्छा रोड स्थित एक नामचीन अस्पताल में अपनी मां को भर्ती कराना जिला स्तरीय अधिकारी को भारी पड़ गया। डाक्टरों ने अधिकारी की मां को पैरालिसिस का अटैक बताकर आठ घंटे में ही 42 हजार रुपये का बिल थमा दिया। इतना ही नहीं मामला समझ में आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से रेफर कराए जाने के नाम पर घंटों परेशान किया गया। जब अधिकारी ने प्रबंधन को फोन किया। इसके बाद मां को रेफर कराकर वह उप्र के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। वहां जांच के बाद पता चला कि उनकी मां को पैरालिसिस का अटैक आया ही नहीं।