देहरादून। प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की बैठक में कार्यकर्ताओं का मसला प्रमुखता उठा। कोर कमेटी के सदस्यों का कहना था कि अपनी ही सरकार में जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा कार्यकर्ताओं की कायदे से सुनवाई नहीं हो रही है।
रविवार को प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में कार्यकर्ताओं का मसला प्रमुखता उठा। कोर कमेटी के सदस्यों का कहना था कि प्रशासन और पुलिस से जुड़े मामलों में कार्यकर्ताओं की शिकायतें हैं। कुछ मामलों में कार्यकर्ताओं पर मुकदमे तक हुए हैं। कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा करने और उनकी समस्याओं और शिकायतों के संतोषजनक निवारण के लिए समिति बनाने का निर्णय लिया गया। जल्द ही सभी सांगठनिक जिलों में समन्वय समितियों का गठन कर दिया जाएगा। समितियां क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की शिकायतों को सुनेगी। इस संबंध में समिति संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों का पक्ष जानेगी। समन्वय के साथ शिकायतों का समाधान निकालने के प्रयास होंगे। समिति शिकायतों का पूरा ब्योरा प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी। प्रदेश अध्यक्ष शिकायत से जुड़े विभाग के मंत्री या मुख्यमंत्री से इस बारे में बात करेंगे। भाजपा अपने जमीनी कार्यकर्ता की हर शिकायत का निवारण करेगी। इसके लिए सभी 14 सांगठनिक जिलों में समन्वय समितियों का गठन होगा। इन समितियों की कमान जिलाध्यक्ष के हाथों में होगी। पांच सदस्यीय समिति में जिले के प्रमुख वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को जगह मिलेगी, जिस विधानसभा क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ता की शिकायत होगी, उस क्षेत्र का विधायक समिति का पदेन सदस्य होगा।