देहरादून। आप पार्टी प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेसवार्ता करते हुए सीएम धामी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने प्रदेश में बढ रहे अवैध खनन के वाहनों को छुड़ाने के लिए सीएम के जनसंपर्क अधिकारी की चिट्ठी को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सीएम खुद ही अवैध खनन करने वालों को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं बल्कि एक संगीन अपराध है। जिसका संज्ञान लिया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा मौखिक आदेश देकर अवैध खनन में संलिप्त वाहनों को छुडाने के लिए सीएम के जन संपर्क अधिकारी द्वारा एसएसपी बागेश्वर को एक मौखिक आदेश की चिट्ठी भेजी गई ,जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री का अवैध खनन में सीधा हस्तक्षेप है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री उन समस्याओं के निस्तारण के बजाए सीएम कार्यालय से मौखिक आदेश देकर अपना खनन प्रेम दर्शाने में व्यस्त हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का खनन प्रेम इस चिट्ठी के द्वारा अब सबके सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि जनता आज मुख्यमंत्री को कह रही है कि स्वास्थय पर कुछ कर धामी, बेरोजगारी पर कुछकर धामी,रोजगार पर कुछकर धामी,लेकिन इन समस्याओं के बजाए पुष्कर धामी अवैध खनन में ज्यादा व्यस्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह चिट्ठी इस बात का सबसे बडा प्रमाण है और जनता ही ऐसे मुख्यमंत्री का इंसाफ करेगी। उन्होंने आगे कहा कि जब पुष्कर धामी मुख्यमंत्री बने थे तो, लोगों में इस बात का कौतूहल था कि पुष्कर धामी को अगर मुख्यमंत्री बनाया तो जरुर उनमें कुछ खास बात होगी। उन्होंने कहा कि ,यही है उनकी योग्यता जो अवैध खनन कर माफियाओं को खुलेआम संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज वार्ड से लेकर विधानसभा स्तर तक माफियाओं का मकडजाल फैला हुआ है। इस प्रदेश में वार्ड मेंबर,जिला पंचायत से लेकर कई विधायक खुद खनन माफिया बने हुए हैं। और उन सभी को संरक्षण दे रहे हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनके जन संपर्क अधिकारी द्वारा लिखित चिट्ठी इस बात का प्रमाण है। अब मुख्यमंत्री धामी जनता को खुद बताएं कि, आखिर आपको ऐसे माफियाओं को छुडाने के लिए मौखिक आदेश की आवश्यकता क्यों पडी।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में भी खनन को लेकर आप पहले ही सरकार के मंत्री पर सवाल उठा चुकी है। मंत्री यतीश्वरानंद पर खनन माफियाओं को शह देने का आरोप लगा चुके हैं। सरकार और उसके मंत्री अवैध खनन को लेकर खनन माफियाओं के साथ संलिप्त हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने उस अधिकारी को हटा कर अपनी गलती को मान लिया,हम सरकार से ये भी पूछना चाहते ऐसे कितने आदेश मौखिक तौर पर किए हैं। अब इस सरकार के पाप का घडा भर चुका है और जनता की अदालत ऐसे प्रदेश को लूटने वाली सरकार को सत्ता से उखाड फेंकेगीं ।इसके अलावा उन्होंने कहा, बीजेपी को पता है उनकी सत्ता में वापसी नहीं होने वाली क्योंकि उन्होंने पिछले पांच सालों में कोई काम नहीं किया इसलिए वो अब प्रदेश में जाते जाते लूट खसोट का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते।