चार धामों के तीर्थ पुरोहितों, पुजारियों एवं इन मंदिरों से जुड़े हक हकूक धारियों के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर देवस्थानम एक्ट पर पुनर्विचार कर पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग की।
तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री से देवस्थानम एक्ट बनने के बाद होने वाली दिक्कतों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री धामी ने तीर्थ पुरोहितों से कहा कि वे इससे संबंधित अभिलेख उपलब्ध कराएं , जिस पर आगे की कार्रवाई की जा सके ।
चार धाम के तीर्थ पुरोहितों व पुजारियों के प्रतिनिधिमंडल ने बीजापुर गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर देवस्थानम बोर्ड पर पुनर्विचार कर पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग की। मुख्यमंत्री को बताया कि जो व्यवस्थाए में पूर्व में थी उस को यथावत रखा जाय। देवभूमि तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता डॉ बृजेश सती ने बताया कि मुख्यमंत्री को देवस्थानम एक्ट के प्रभावी होने के बाद से ही चार धामों के तीर्थ पुरोहित व पुजारी आंदोलनरत हैं। ।
उन्होने मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया कि पूर्व में मंदिर प्रबंधन एवं संचालन की जो व्यवस्थाएं थी, उसको यथावत रखा जाए। डॉक्टर सती ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी ने इससे संबंधित अभिलेख उन्हें उपलब्ध कराने को कहा।
प्रतिनिधिमंडल में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ,पूर्व अध्यक्ष संजीव सेमवाल, नगर पंचायत गंगोत्री धाम के अध्यक्ष सुरेश,यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, किशोर भट्ट, राजेश सेमवाल एवं मुकेश आदि के अलावा स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे।