चार साल के जश्न से 9 दिन पहले ही वर्तमान से भूत बन गए, ‘सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत’

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उत्तराखंड की राजनीति में पिछले काफी दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के बीच अब स्थिति साफ हो गई है| उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है| सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा| इस्तीफा सौंपने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड की जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि उत्तराखंड का सीएम बनना उनके लिए सौभाग्य की बात रही है| त्रिवेंद्र सिंह रावत ने करीब 4 साल का कार्यकाल पूरा कर इस्तीफा दिया| उत्तराखंड को बने हुए अभी 20वर्ष हुए हैं लेकिन साल 2002 में मुख्यमंत्री के पद पर रहे नारायण दत्त तिवारी के अलावा आजतक किसी मुख्नेयमंत्री ने अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया| नारायण दत्त तिवारी केवाल एकमात्र ऐसे सीएम रहे जिन्होंने साल 2002 से 2007 तक सीएम पद की जिम्मेदारी को संभाला|

हाल ही में सीएम पद की जिम्मेदारी से हटे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 मार्च 2017 को सीएम की कमान संभाली थी और अपने 4 साल के कार्यकाल पूर्ण होने के ठीक 8 दिन पहले त्रिवेंद सिंह रावत ने आज यानि 9 मार्च 2021 को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया| त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा भी पहले कई ऐसे सीएम रहे जिन्होंने कार्यकाल पूर्ण होने से पहले ही सीएम पद की कुर्सी से इस्तीफा दे दिया| हालांकि बीजेपी के शासनकाल में यह परंपरा ज्यादा रही है|। 9 नवंबर 2000 को बीजेपी नेता नित्यानंद स्वामी ने उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली| लेकिन 1 साल से पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया| 29 अक्टूबर 2001 को नित्यानंद स्वामी ने सीएम पद से इस्तीफा दिया|
इसके बाद बीजेपी ने अपने दिग्गज नेता भगत सिंह कोश्यारी को विधायक दल का नेता चुना| भगत सिंह कोश्यारी ने 30 अक्टूबर 2001 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली| 1 मार्च 2002 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया|
इसके बाद सीएम पद की कमान कांग्रेस के हाथ लगी और साल 2002 में नारायण दत्त तिवारी को मुख्यमंत्री बनाया गया| नारायण दत्त तिवारी ने अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया| साल 2002 से लेकर 2007 तक वो इस पद पर कायम रहे|
इसके बाद साल 2007 में विधानसभा चुनाव हुए और बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई| इस बार 8 मार्च 2007 को भुवन चन्द्र खंडूरी को सीएम पद की शपथ दिलाई गई| लेकिन 23 जून 2009 को उन्होंने भी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया| इसके बाद 24 जून 2009 को रमेश पोखरियाल निशंक मुख्यमंत्री बने लेकिन 10 सितम्बर 2011 को निशंक को सीएम पद से हटाकर भुवन चन्द्र खंडूरी को फिर से सीएम पद की कमान सौंपी गई| और 13 मार्च 2012 को उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा|
इसके बाद 13 मार्च 2012 को विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाया गया| हालांकि विजय बहुगुणा ने भी 2 साल बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दिया|
इसके बाद हरीश रावत के हाथ सत्ता की कमान आई| हरीश रावत ने 1 फरवरी 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली| इसके बाद कांग्रेस विधायकों के बगावत के चलते राष्ट्रपति शासन लगा, जिसके चलते उनकी कुर्सी चली गई| हालांकि एक बार फिर से हरीश रावत सीएम पद की कुर्सी पर काबिज हुए लेकिन साल 2017 में उन्हें फिर से सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा|
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला और सत्ता की कमान त्रिवेंद्र सिंह रावत के हाथ लगी| सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली| करीब 4 साल सत्ता पर राज कर 9 मार्च 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया|

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