देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज प्रदेश भाजपा सरकार पर भाजपा के ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को माध्यम बनाते हुए बड़ा हमला बोला। माहरा का कहना है कि हम तो सिर्फ अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे हमें यह पता ही नहीं चल सका कि हमारी अन्य कई बेटियां भी हैं जो दरिंदगी का शिकार हुई है। जिनके मामले में शासन का घोर उपेक्षा पूर्ण रवैया रहा है। उन्होंने उत्तरकाशी जनपद की 4 दलित बेटियों के साथ दरिंदगी होने की बात कहते हुए कहा कि इन बेटियों को न्याय तो दूर सरकार से मिलने वाली आर्थिक मदद भी 3 साल बाद भी नहीं मिल सकी है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा का क्या यही ट्टबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, का नारा है। उन्होंने उत्तरकाशी की इन चारों रेप पीड़िताओं के नाम तो उजागर नहीं किए लेकिन पुरोला, धरासू, और डुण्डा व चिन्यालीसौड़ की एससीकृएसटी वर्ग की लड़कियों के पते और घटनाओं की जानकारी जरूर मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा कि यह सभी घटनाएं एक साल के अंदर ही घटित हुई और सभी मामलों में एफआईआर भी दर्ज हुई है। उनका कहना था कि उनके संज्ञान में यह मामला तब आ सका है जब उत्तरकाशी जिला प्रशासन द्वारा सरकार से मुआवजा राशि अवमुक्त करने के संदर्भ में पत्र लिखा गया। माहरा ने कहा कि एससीकृएसटी की रेप पीड़ितों को सामान्य वर्ग से दोहोरी आर्थिक सहायता दी जाती है लेकिन 3 साल बाद भी इन पीड़ितों को आर्थिक मदद नहीं दी गई है। जबकि उक्त मामले मुख्यमंत्री धामी के भी संज्ञान में हैं।
उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज अगर अंकिता भंडारी केस का मुख्य आरोपी अपनी जमानत के लिए पुनः अर्जी लगा रहा है और अंकिता के परिजनों को कोर्ट रूम में यह सुनने को मिल रहा है कि उन्होंने क्या उखाड़ लिया, तो इसका मतलब साफ है कि उन्हें सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने आज एक बार फिर दोहराया कि इस केस में वीआईपी के नाम की चर्चा से लेकर सबूत मिटाए जाने का संदेश यूं ही नहीं जताया जा रहा है। माहरा ने भाजपा महिला संगठन की उस नेत्री का भी जिक्र किया जिसे इस मामले में बोलने पर पार्टी से निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग और जनता भाजपा के इस दोहरे चरित्र को अब समझ चुकी है। पत्रकार वार्ता में गरिमा दसौनी, नवीन जोशी सहित कई लोग मौजूद थे।