विधान सभा चुनाव 2022 कि तैयारियो को लेकर प्रमुख राजनैतिक दल बीजेपी और काँग्रेस मे वार पलटवार का दौर सुरू हो गया है – सवाल उठाने और जबाब देने के लिए दोनों डालो ने प्रवक्ता तय कर दिये है जो किसी न किसी मुद्दे पर बयान देकर सुर्ख़ियो ने बने रहते है | ताजा विवाद बीजेपी के भब्य कार्यालय और उसमे कर्मचारियो के लिए लागू ड्रेस कोड को लेकर है |
उत्तराखंड बीजेपी ने कॉर्पोरेट कल्चर को अपना लिया है. कॉर्पोरेट कंपनियों की तरह बीजेपी ने अब अपने ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है…..जिसके तहत बीजेपी प्रदेश कार्यालय में ऑफिस बॉय से लेकर अन्य कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू किया है इसमें बीजेपी ने अपने कर्मचारियों के लिए स्काई ब्लू शर्ट और काली पेंट का ड्रेस कोड लागू किया है ये हम नहीं कह रहे काँग्रेस पार्टी का आरोप है – कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्य कान्त धसमाना ने बीजेपी के इस फैसले पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी कॉर्पोरेट घरानों की पार्टी है – पहले चेहरे पर नकाब ओढ़ती थी अब नकाब हटकर असली चेहरा दिखा रही है _
सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस
वही भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा कौन कार्पोरेट पार्टी है ये जनता बखूबी जानती है देश मे 55 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी में कितना कारपोरेट कल्चर रहा है यह किसी से छिपा नही है| पार्टी कार्यालय में कर्मचारियों के ड्रेस कोड को पार्टी ने शिस्टमका हिस्सा बताते हुए बताया कि इससे कार्यकर्ताओ ओर कर्मचारियों की पहचान करने में मदद मिलेगी
– विपिन कैंथोला, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा