देहरादून। दुर्गा महोत्सव के समापन पर अखंड सुहाग और आपसी प्रेम की रस्म सिंदूर खेला के साथ श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा को विदाई दी। नवरात्र में नौ दिन तक माता की पूजा और भक्ति के बाद दसवें दिन विजयादशमी के साथ दुर्गा उत्सव भी संपन्न हो गया।
शहर में सजाए गए पांडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। विजयादशमी के मौके पर पांडालों में लाल जोड़ा पहनकर पहुंची सुहागिनों ने मां को पान और मिठाई का भोग लगाया। माता की विशेष आरती के बाद सिंदूर खेला की रस्म अदा कर पति की लंबी आयु की कामना की। करनपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में बजरंग सेवा समिति की ओर से दुर्गा पूजा के बाद विधि-विधान से मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया। मां दुर्गा की विदाई के समय महिलाओं की आंख नम हो गईं। विसर्जन के लिए मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। पंडित गिरीश चंद शर्मा ने विधि विधान से पूजा-अर्चना कर विश्व शांति की प्रार्थना की।
