देहरादून। उत्तराखंड विजिलेंस का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी है। इसी क्रम में विजिलेंस ने उत्तरकाशी के नौगांव में तैनात एक पशु चिकित्साधिकारी को आठ हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। महिलाओं के लिए बकरी पालन योजना में मिलने वाली सरकारी अनुदान का चेक देने के एवज में यह रिश्वत ली जा रही थी।
प्राप्त समाचार के मुताबिक शिकायकर्ता द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु गत 12.जनवरी 23. को हैल्प लाईन पर शिकायत दर्ज करायी गयी थी। इसके उपरान्त तेरह जनवरी को पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून के कार्यालय में एक शिकायती पत्र दिया गया। जिसमें उल्लेख किया गया है कि “अनुसूचित जाति जनजाति की बी0पी0एल0 महिलाओं के लिये बकरी पालन योजना में मिलने वाले सरकारी अंशदान का चैक देने के ऐवज में पशुपालन विभाग नौगांव में नियुक्त पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मोनिका गोयल द्वारा आठ हजार रू0 रिश्वत की मांग की जा रही है । “पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर, देहरादून रेनू लोहानी द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपो पर संज्ञान लेते हुये गोपनीय रूप से जाँच करायी गयी। जांचोपरान्त शिकायती पत्र में लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये। जिस पर त्वरित एक ट्रैप टीम का गठन किया गया।
ट्रैप टीम द्वारा डॉ0 मोनिका गोयल, पशु चिकित्साधिकारी डाम्टा बडकोट के सरकारी आवास ब्लॉक परिसर जनपद उत्तरकाशी, को आज शिकायतकर्ता से आठ हजार की रिश्वत ग्रहण करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।