ऋषिकेश। सोमवार को आइडीपीएल वासियों के धरना स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी के साथ भी नाइंसाफी नही होने दी जाएगी। प्रदेश सरकार की जनविराधी नितियों का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
बता दें ऋषिकेश औषधि निर्माण संस्थान आइडीपीएल परिसर में स्थित आवासीय भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रविवार को शुरू कर दी गई। वन विभाग और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में इस कार्रवाई का स्थानीय नागरिकों ने जमकर विरोध किया। नागरिकों ने प्रशासन की इस कार्रवाई सहित कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रर्दशनकारियों ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार जनविरोधी नितियां अपना रही है। लोगों को बेघर करके दर-दर की ठोकरें खाने को प्रदेश सरकार मजबूर कर रही है। जोकि बर्दाश्त से बाहर हो चला है। यहां स्थित 850 आवासीय भवनों में प्रथम चरण में 40 भवनों को तोड़ने का लक्ष्य रखा गया। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि आइडीपीएल की लड़ाई सामान्य नहीं एक बड़ी लड़ाई है। हमने डीएम से लेकर सीएम तक सभी से इस मुद्दे पर बात की है, कोई नहीं सुन रहा है। आम आदमी की इस लड़ाई में क्षेत्र के सभी छोटे और बड़े जनप्रतिनिधियों को एक साथ खड़ा होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भरी बरसात में यहां के लोग उजड़ रहे हैं और विधायक खामोश है। इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति और कुछ नहीं हो सकती।इस मौके पर कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, राजपाल खरोला, जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, ब्लाक अध्यक्ष श्यामपुर विजय पाल सिंह रावत,डोईवाला महेंद्र प्रसाद भट्ट, आवासीय कल्याण समिति की अध्यक्ष रामेश्वर चैहान, सचिव सुनील कुटलेहडिया, डा.कृपाल सिंह रावत सरोज आदि मौजूद रहे।