फूल देगी विलुप्त हो रही पहाड़ी संस्कृति को स्कूली छात्रों ने वॉल पेंटिंग के माध्यम से पुनर्जीवित करने का काम शुरू कर दिया है संस्कृति संरक्षण के इस कार्य में धाद संस्था अपना पूर्ण योगदान दे रही है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय भितरली पहुंची युवा धाद की टींम
आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय भितरली में फूलदेई का आयोजन किया गया
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती मनीषा ममगाईं ने धाद संस्था का आभार जताते हुए कहा की विद्यालय के छात्रों के लिए समय समय पर ऐसे आयोजन होने से उनकी प्रतिभा को निखारने में सहयोग मिलता है
अभिनव कंडारी ने कार्यकम का परिचय देते हुए बताया की फूलदेई के माह भर के आयोजन में आज युवा धाद की टीम ने विद्यालय के छात्रों से संग वाल पेंटिंग की है,
युवा धाद के मनिल कंडवाल ने बताया की वाल पेंटिंग से विद्यालय को सुन्दर बनाने के साथ हमारा प्रयास है की हम बच्चों को वाल पेंटिंग से अपनी संस्कृति और समाज की बेहतरी का कोई सन्देश जरुर दें
धाद के सचिव तन्मय ममगाईं ने बताया की यूँ तो हर पर्व बच्चों के लिए अधिक महत्वपूर्ण होते है लेकिन फूलदेई पर्व इस मायने में अनोखा है ,जो हमें बच्चों के और नजदीक लाता है
धाद ने इस पर्व को बाल पर्व के रूप में महीने भर मानाने का प्रयास किया है , जिससे बच्चों की विभिन्न रचनात्मक विधायों को एक मंच दिया जा सके ।
छात्र शाहिल ने तू मुस्कुरा लड़की कविता और विद्यालय की छात्राओं ने चला फूलारी फूलों का गीत सुनाया I
आयोजन में विद्यालय के छात्रों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गयी,प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी छात्रों को श्रीमाती प्रोमिला छाबड़ा की ओर से स्कूल बैग, स्कूल के जूते और स्टेशनरी उपहार में दिए गये I
इस मौके पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री राम सिंह रावत, सहायक अध्यापक रेखा चौहान,साकेत रावत आदि उपस्थित थे ।