प्रयागराज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं उच्च एवं माध्यमिक के शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस देश का सुधार व परिवर्तन शिक्षक ही कर सकता है एक अध्यापक ही देश की आकांक्षाओं को पूरा करने में अपनी शक्ति व सामर्थ लगा सकता है वह राजेश टंडन मंडपम सभागार में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्रयाग राज इकाई की संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार प्रस्तुत कर रहे थे ।
अंकित तिवारी
।.सामाजिक परिपेक्ष में शिक्षा और चुनौतियां विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में डॉक्टर शर्मा ने आगे कहा कि हमारी सरकार सकारात्मक दिशा में शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन करने के लिए कृत संकल्प है बगैर नाम लिए हुए उन्होंने कहा कि मेरे मंत्री बनने से पहले पूरे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अव्यवस्था का बोलबाला था परीक्षा केंद्र का ठेका हो जाता था शिक्षा की इन विसंगतियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया गया उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समस्या मुक्त करने के लिए स्थान तरण की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया स्थानांतरण के बाद अब प्रिंसिपल व मैनेजर कार्यभार ग्रहण कर आने से मना नहीं कर पाएंगे शिक्षकों से उन्होंने चाणक्य बन कर शैक्षणिक समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल करने में अपनी प्रभावी भूमिका का आह्वान किया एवं चुनाव बाद राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से मिलकर समस्याओं का निराकरण के लिए कहा है राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री माननीय ओमपाल सिंह जी मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में नैतिक मूल्यों की स्थापना पर जोर दिया सभा को बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जयसवाल जी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित किया सभा की अध्यक्षता लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर के पी पांडे ने किया संगोष्ठी को कैबिनेट मंत्री प्रोफेसर रीता जोशी एवं डॉ रमा सिंह ने भी संबोधित किया ।
प्रदेश के महामंत्री ऋषि देव त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया सभा में प्राथमिक माध्यमिक और उच्च शिक्षा के प्रधानाचार्य तीनों के शिक्षक व प्रधानाचार्य गण उपस्थित के यम लाल मुरारजी त्रिपाठी अरुण कुमार त्रिपाठी कामतानाथ रामाश्रय सिंह दीपक श्रीवास्तव के के सिंह आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन उच्च शिक्षा के ्अध्यक्षमणि शंकर द्विवेदी जी ने किया।