बुधवार गंगोत्री राजमार्ग घंटो बंद होने से गंगोत्री से गंगाजल लेकर जाने वाले कांवड़िए वही फंसे रहे । दोपहर 12:00 बजे से लेकर 6:00 बजे तक सुनगर मे सड़क बंद रही और कांवड़िए इंतजार करते रहे । रात के समय थोड़ा सा मलवा छोडकर बीआरओ कर्मी काम छोडकर चले गए तो मौके पर मौजूद होम गार्ड के जवानो को कंवड़ियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा
उत्तराखंड के चार धाम यात्रा मार्ग को हर हाल में सुचारु रखने के cm के आदेश को सीमा सड़क संगठन बीआरओ ठेंगा दिखा रही हे गंगोत्री धाम से काँवड़ में जल भरकर जाने वाले कंवड़ियो को समय पर अपने शिवालय में जल चढ़ाने निकलने की जल्दी है । बुधवार रात को सुनगर के पास पहाड़ी से मलवा गिरने से सड़क बंद हो गई ।
बीआरओ की मशीन से काम करने की गति को देखकर यात्रियो ने सवाल उठाए इसके बाद भी बीआरओ कर्मी रात 8 बजे सड़क पर थोड़ा सा मलवा छोड़ कर चले गए। जिसके चलते कंवड़ियों को रात भर वही रुकना पड़ा सुबह 6 बजे बीआरओ कर्मी आए तो एक घंटे मे ही मलवा साफ ही गया । मौके पर बीआरओ कर्मियों के जाने के बाद कंवड़ियों का गुस्सा भड़क गया । उन्होने वहाँ मौजूद होम गार्ड और आपदा स्वयं सेवक पर अपना गुस्सा उतारा । उन लोगो ने भी बीआरओ को तुरंत बुलाने का असवासन देकर अपनी जान छुड़ाई
[गुरुवार सुबह हालांकि सुनकर में सड़क मार्ग खोल दिया गया है और कांवड़िए निकल गए इसके बाद भी बीआरओ की कार्यप्रणाली मानव संसाधन और मशीनरी पर सवाल तो खड़े हो ही रहे है