इस बार चार धाम यात्रा के दौरान आपको बोतल बंद पेयजल और खाद्य पदार्थ महंगे दाम पर मिलने जा रहे है – जी हाँ धाम के प्रकृतिक वातावरण को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए इस बार जिला प्रशासन द्वारा यह प्रयोग किया जा रहा है । चिंता की कोई बात नहीं यदि आप नियमो का पालन करेंगे तो आपको ये बढ़ी हुई धनराशि वापस मिल जाएगी
अक्सर चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री अपने साथ पेयजल की बोतलों के साथ-साथ नमकीन बिस्किट और चिप्स के पैकेट भी बड़ी तादाद मे साथ ले जाते हैं और इन्हें यहां वहां ऐसे ही फेंक देते हैं – कुछ जागरूक तीर्थयात्री यदि इसे डस्टबिन में डालते भी हैं तो वह भी किसी न किसी रूप में उड़कर वहाँ पर्यावरण को बिगाड़ने का ही काम करता है ।
लिहाजा इस बार तीर्थ यात्रियों के लिए एक नया प्रयोग किया गया है जिसके अंतर्गत प्लास्टिक कवर मे बंद खाद्य पदार्थ और पेयजल की बोतलों पर एक विशेष qr-code लगाया जाएगा और सभी दुकानदारों को इन्हीं qr-code लगी हुई बोतलों और पैकेट को ही बेचने की अनुमति होगी।
बिना qr-code लगे हुए यदि कोई सामान बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी ।
फिलहाल यह प्रयोग गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगानी से गंगोत्री धाम तक एवं यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर दोबाटा से यमुनोत्री धाम तक रखा गया है ताकि क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाया जा सके।
इसके लिए उत्तरकाशी जिला प्रशासन और रीसाइक्लिंग कंपनी के बीच अनुबंध हुआ है एसडीएम बड़कोट जितेंद्र कुमार एवं एसडीएम भटवाड़ी सिंह चौहान ने अनुबंध आदेश जारी किए हैं इसके अंतर्गत सभी प्लास्टिक बोतल और पेयजल पदार्थ नमकीन बिस्कुट के पैकेट पर QR कोड़े लगाए जाने हैं QR कोड लग जाने के बाद पैकेट की कीमत 5 से ₹10 बढ़ जाएगी और जब ग्राहक इस खाली पैकेट को वापस देगा तो उसे बढ़ी हुई रकम वापस दे दी जाएगी ।
यदि कोई ग्राहक इसे वापस नहीं करता और ऐसे ही फेंक देता है तो जो भी व्यक्ति इसको एकत्र करके कलेक्शन सेंटर में लाएगा उसे वह अतिरिक्त धनराशि वापस कर दी जाएगी । क्यूआर कोड गंगनानी से गंगोत्री और डोबाटा से यमुनोत्री तक लगाए जायेंगे कोंपनी न्यूनतम मूल्य पर सभी प्लास्टिक बोतल दुकानदार, होटल, होमस्टे और रेस्ट्रो के मालिकों को उपलब्ध कराएगी एवं उत्तरकाशी से गंगोत्री तक इनके कलेक्शन सेंटर उपलब्ध होंगे । यात्री इन काउंटर पर प्लास्टिक रैपर और बोटेल वापस देकर अपनी बढ़ी हुई धनराशि वापस ले सकेंगे
कंपनी ने इससे पहले केदारनाथ मार्ग पर यह प्रयोग किया था अब वहाँ पर इसे कितनी सफलता मिली ईउसी आधार पर इन दो धामो मे इसकी सफल होने की उम्मीद की जा रही है
तो समझ लीजिए कि इस बार आपको बोतलबंद प्लास्टिक वाले खाद्य पदार्थ और पेयजल महंगे दामों पर मिलने वाले हैं लेकिन चिंता की बात नहीं यदि आप इन प्लास्टिक बोतलों को वापस कलेक्शन सेंटर देते हैं तो आपको बड़ी रकम वापस मिल जाएगी