देहरादून। आईआईएम काशीपुर परिसर में मार्केटिंग इनोवेशन पर बहुप्रतीक्षित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) काशीपुर द्वारा अर्ल वी. स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर, व्हिटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी (यूएसए) के सहयोग से 16 से 18 दिसंबर तक आईआईएम काशीपुर परिसर में किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन आईआईएम काशीपुर के निदेशक प्रो. कुलभूषण बलूनी, अर्ल वी. स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर, सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी (यूएसए) के निदेशक प्रो. एसपी राज, पद्म भूषण श्री डी.आर. मेहता और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन में दुनिया भर के विपणन क्षेत्र के संकाय, विद्वान और उद्योग विशेषज्ञों सहित कई प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख विशेषज्ञों और उभरते शोधकर्ताओं को विपणन और नवाचार में कई अत्याधुनिक रणनीतियों, नए आयामों और नवप्रवर्तन पर अपने ज्ञान का पता लगाने, चर्चा करने और आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। सम्मेलन के विशिष्ट मुख्य आकर्षण क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा विचारोत्तेजक भाषण, इंटरैक्टिव कार्यशालाएं और प्रतिष्ठित संस्थानों के अनुसंधान विद्वान अपने शोध का प्रदर्शन और कुछ नए विचारों पर चर्चा करना हैं। तीन दिवसीय मार्केटिंग सम्मेलन के दौरान श्स्थिरता और विपणनश्, श्उभरते बाजारों में उपभोक्ता कल्याणश्, श्उत्पाद विकास और विपणन रणनीतिश्, और श्विपणन में तकनीकी नवाचारश् आदि पर विभिन्न ट्रैक आयोजित किए जाएंगे।
सम्मेलन के अध्यक्ष, प्रो. सोमनाथ चक्रवर्ती, डीन (अकादमिक) और प्रोफेसर- मार्केटिंग, आईआईएम काशीपुर और ने कहा, “मुझे विश्वास है कि दो दिनों में आयोजित इस सम्मेलन की कार्यवाही न केवल ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगी और शिक्षाविदों को सहयोग करने के लिए भविष्य के अवसर प्रदान करेगी बल्कि उपस्थित लोगों को पारंपरिक रणनीतियों पर पुनर्विचार करने और नवाचार और विपणन की परिवर्तनकारी शक्ति को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। प्रो. एस.पी. राज, प्रोफेसर- मार्केटिंग, और निदेशक, अर्ल वी. स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर, व्हिटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी (यूएसए) ने कहा, “आईआईएम काशीपुर के साथ साझेदारी में स्नाइडर इनोवेशन मैनेजमेंट सेंटर ने ‘मार्केटिंग इनोवेशन’ पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया है। इससे भारत और विदेश के प्रमुख स्कूलों के शोधार्थियों को अपने चल रहे शोध को साझा करने का अवसर मिला है।