बिल भुगतान को लेकर जल संस्थान में हुई नोकझोंक।
ठेकेदार और एकाउंटेंट में हुई भिड़ंत
पुलिस की मौजूदगी में हुई दोनों पक्ष में जमकर बहस।
मीटिंग छोड़ लौटे अधिशाषी अभियंता।
मौके पर पुलिस
उत्तरकाशी जल संस्थान में महज 40 हजार के बिल भुगतान को लेकर ठेकेदार जगमोहन सिंह और संस्थान के अकॉउंटेंट के बीच वाद विवाद बढ़ कर नोकझोंक में बदल गया। विवाद बढ़ता देख कर्मचारियों ने पुलिस और मीडिया को मौके पर बुला लिया।
दोनो पक्ष ने एक दूसरे पर गालीगलौज और मारपीट करने का आरोप लगाया।
ठेकेदार जगमोहन सिंह ने बताया कि बीजेपी के मंडल अध्यक्ष के बिलों का भुगतान तुरंत कर दिया गया है जबकि उनके भुगतान को जानबूझ कर रोका जा रहा है। कई बार टालने के बाद आज उन्होंने शिकायत की तो उनके साथ मारपीट की गई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए।
लेखाकार पश्चमी ने बताया कि उनके पास कार्य का अतिरिक्त बोझ है और कोई सहायक भी नही है, लिहाजा वे छुट्टी के दिन भी कार्य करते है किंतु उक्त ठेकेदार ने उनपर अनर्गल आरोप लगाकर सरकारी कार्य मे बाधा पहुचाने का काम किया है।
जल संस्थान कर्मचारी संघ के पुरुषोत्तम शाह ने बताया कि किसी भी कर्मचारी से शिकायत होने पर ठेकेदार को अधिकारी से मिलकर समाधान करना चाहिए न कि कार्यालय में घुसकर विवाद करना चाहिए।
सूचना मिलने पर अधिशाषी अभियंता बलदेव सिंह डोगरा मीटिंग छोड़ आफिस पहुँचे और पुलिस की मौजूदगी दोनों पक्षों को सुना। उन्होंने बताया कि फिलहाल दोनों पक्षों में समझौता हो गया है और विवादित बिल के भुगतान से पूर्व से साइट चेक करेंगे।