भारी भूस्खलन बाल बाल बची जान
भूपेंद्र भण्डारी / रूद्रप्रयाग
रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर तिलवाड़ा के पास यात्री उस वक्त बाल-बाल बच गये जब अचानक ही ऊपर पहाड़ी से भारी भरकम भूस्खलन से राजमार्ग पर मलबा का पहाड़ खडा हो गया। पहाड़ी से करीब दो मिनट के भीतर ही टनो मलबा गिर गया, गनीमत रही कि नीचे से गुजरने वाले यात्रियों भूस्खलन की आशंका पहले ही भांप गये और सुरक्षित स्थानों पर खडे हो गए। अन्यथा एक बडा हादसा हो सकता था। आप टीवी स्क्रीन पर देखसकते हैं तस्वीरों में किस तरह पहाडी से मलबा गिर रहा है, मलबा आने से दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गई। मौके पर राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड़ एन एच की जेसीबी पहुंची और मलबा साफ करने का कार्य आरम्भ किया लेकिन मलबा इतना अधिक है कि घंटो बीत जाने बाद भी मलबा साफ न हो सका ऐसे में मुसाफिरों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। आपको बता दें कि रूद्रप्रयाग गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामपुर तिलवाड़ा के पास यह भूस्खलन ऑलवेदर सड़क कटिंग के कारण और विकराल हो गया है, जहा बरसात में इस भूस्खलन ने प्रशासन के पसीने निकाल दिया था वहीं केदारनाथ हाइवे पर कहीं ऐसे डेंजर जोन मौजूद हैं जो कभी भी किसी बड़ी अनहोनी को अंजाम दे सकते हैं इससे पूर्व भी बांसवाड़ा के पास चट्टान खिसकने से एक बड़ा हादसा हो गया था जिसमें 8 मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई थी लेकिन इन डेंजर जोन पर ना तो राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ध्यान दे रहा है और ना ही जिला प्रशासन। जबकि 9 मई को केदारनाथ धाम के कपाट भी खुलने हैं ऐसे में इस बार केदारनाथ की यात्रा चुनौतीपूर्ण और खतरनाक बनी रहेगी!