कर्म ही पहिचान है -बीआरओ ने फिर साबित किया।
एनएचआईडीसीएल के पंचर पर बीआरओ ने भरी हवा तो सफर हुआ आसान।
गंगोत्री हाईवे 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बीआरओ के सहयोग से खुला हाई वे।
गिरीश गैरोला।
चीन सीमा पर विपरीत स्थिति में सड़क निर्माण के साथ चार धाम यात्रा मार्ग को हरहाल में यातायात के लिए खुला रखना बीआरओ के लिए किसी चुनोती से कम नही । कार्य आबंटन के बदलते माहौल में
शुक्रवार को 10 घंटो तक सड़क पर फंसे यात्रियो को देखते हुए बीआरओ ने सड़क के रखरखाव पर अपने लंबे अनुभव से साबित कर जिम्मेदार लोगों को यह अहसास करा ही दिया कि उनके इस दीर्घकालिक अनुभव को नकारा नही जा सकता।
देश की सीमा को जोड़ने वाले सड़क मार्ग के निर्माण और रखरखाव की जिम्मेदारी सीमा सड़क संघटन अर्थात बीआरओ के पास दी गयी है किंतु चार धाम यात्रा मार्ग पर आल वेदर रोड़ के महत्व को देखते हुए गंगोत्री और नेलांग बॉर्डर को जाने वाले राजमार्ग पर धरासू के पास वर्षो से लैंडस्लाइड ज़ोन नालूपानी के उपचार के लिए केंद्र सरकार ने एन एच आई डी सी एल को काम सौंपा। इस संस्था को वर्षा काल से पूर्व पहाड़ी पर कटिंग का काम पूरा करना था ताकि मानसून में यात्रा बाधित न हो किन्तु ठेकेदार कंपनी के लेट लतीफी बरसात में खुद एक आपदा साबित हुई, जब पहली वर्षा की फुहार से ही उपचारित पहाड़ी खिसकने लगी। शुक्र वार 13 जुलाई को तड़के पहाड़ी फिर से दरक गयी और भारी तादाद में मलवा सड़क पर पसर गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी और यात्री परेसान होने लगे। मलवा हटाने में कंपनी के हाथ पांव फूल गए। यात्रियो और स्थानीय लोगो की शिकायत के बाद डीएम उत्तरकाशी मौके पर पहुँचे और बीआरओ से भी सड़क खुलवाने के लिये सहयोग करने की अपील की ।जिसके बाद शिवालिक प्रोकेक्ट के चीफ इंजीनियर ए एस राठौड़ ने निकटवर्ती कैम्प से मशीन उपकरण और अपने बीआरओ के जवानों को पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए जवानों की मेहनत से मार्ग खुल गया और 10 घंटे से वहां फंसे यात्रियो ने राहत की सांस ली।
बीआरओ शिवालिक प्रोजेक्ट के चीफ राठौड़ ने बताया कि भले ही सड़क की इस हिस्से की जिम्मेदारी एन एच आई डी सी एल के पास थी किन्तु मानवता और तीर्थ यात्रियों को होने वाली दिक्कत को देखते हुए बीआरओ ने अपने पूरे संसाधन के साथ मदद के लिए हाथ बढ़ाये । खुद डीएम उत्तरकाशी ने इसके लिए बीआरओ का धन्यवाद किया। उन्होंने कहाँ की व्यापक जनहित में बीआरओ आगे भी इसी तरह अपनी उपयोगिता साबित करती रहेगी। ये अलग बात है कि लैंड स्लाइड में सड़क पर पूर्वनिर्मित पुस्ता भी समय से पूर्व ही ढह गया था।