देहरादून। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 380 हो गई है। सबसे अधिक 239 मरीजों का इलाज एम्स ऋषिकेश में चल रहा है। जबकि हिमालयन हॉस्पिटल में 34 मरीजों का इलाज चल रहा है। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में 29, महंत इंद्रेश में 27 जबकि दून मेडिकल कॉलेज में 20 मरीजों का इलाज चल रहा है। ब्लैक फंगस से अभी तक राज्य भर में 60 मरीजों की मौत हुई है और 35 इलाज के बाद ठीक हुए हैं।
ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए खास टीके लाइपोजोमल एम्फोटेरेसिन का संकट खत्म हो गया है। सीएमओ कार्यालय को स्वास्थ्य महानिदेशालय से 760 इंजेक्शन मिलने के बाद उन्हें अस्पतालों को उपलब्ध करा दिये गये हैं। अस्पतालों से डाक्टर ऐसे मरीजों के लिए इस महंगे इंजेक्शन की डिमांड कर रहे थे जिनकी किडनी खराब हो रही है। ऐसे मरीजों के तीमारदार रोजाना सीएमओ कार्यालय पहुंच या संपर्क कर रहे थे। लेकिन टीके की सप्लाई बाहर से होने की वजह से टीका पहुंचने में देरी हुई। गढ़वाल मंडल प्रभारी एसीएमओ डा. कैलाश गुंज्याल के अनुसार ऐसे मरीज कम ही हंै, जिन्हें इन इंजेक्शनों की जरूरत है। सामान्य एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है। लाइपोजोमल की 760 वायल उन्हें मिली थी। जो एम्स में 300, हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में 100, दून अस्पताल 100, मैक्स अस्पताल में 80, श्री महंत इन्दिरेश में 80 भिजवा दी गई है।