देहरादून। उत्तराखंड में रविवार को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। देहरादून में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान के ट्रेनी आईएफएस में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। ये प्रशिक्षु कुछ दिन पहले एक दल के साथ कई देशों के भ्रमण कर लौटा है। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी स्थिति नियंत्रण में है। वह हाल में स्पेन से लौटे थे। इसके चलते वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) में आम जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के प्रशिक्षु आइएफएस का 28 सदस्यीय दल शैक्षिक भ्रमण पर स्पेन गया था। वहां से लौटने पर दो दिन पहले ही छह प्रशिक्षुओं के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे। जिनमें दो की रिपोर्ट रविवार को प्राप्त हुई। इनमें एक की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने एक व्यक्ति की कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि मरीज की स्थिति नियंत्रण में है। उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में आइसोलेशन में रखा गया है। कोरोना संक्रमित आइएफएस को अभी तक संस्थान के अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया था। देर शाम उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया। मरीज के संपर्क में रहे अन्य लोगों को भी आइसोलेशन में रखा जा रहा है। इसके चलते वन अनुसंधान संस्थान(एफआरआई) में आम जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वन अनुसंधान संस्थान के निदेशक अरुण सिंह रावत ने बताया कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान एफआरआई परिसर में है। इसके चलते एहतियातन आम लोगों की आवाजाही यहां बंद कर दी गई है।प्रदेश में अब तक 25 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें अभी तक 18 की रिपोर्ट आ चुकी है। इसमें 17 नेगेटिव और एक पॉजिटिव केस सामने आया है। बाकी सात लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सतर्कता बरत रहे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार विभिन्न अस्पतालों और संस्थानों से संपर्क कर रही हैं। इसी क्रम में दो ट्रेनी आईएफएस समेत छह और मरीजों के सैंपल शनिवार को डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कालेज, हल्द्वानी लैब भेजे गए थे। अकादमी के 62 ट्रेनी आईएफएस के अलग-अलग ग्रुप पिछले दिनों विभिन्न देशों से ट्रेनिंग टूर से लौटे थे। इसके चलते सभी की स्क्रीनिंग कराई गई थी। इसके बाद शुक्रवार को चार ट्रेनी आईएफएस के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। इसमें से एक ट्रेनी में आज कोरोना की पुष्टि हुई है। राज्य में यह पहला मामला है। इनके अलावा विदेश से लौटे चार अन्य प्रशिक्षुओं की रिपोर्ट आनी बाकी है। राज्य में कोरोना का मामला सामने आने के बाद सतर्कता और जागरूकता बढ़ा दी गई है। सरकार ने रविवार को नई एडवाइजरी जारी हुए सिनेमाघरों को भी 31 मार्च तक बंद कर दिया। साथ ही होटल रेस्तरां और अन्य सार्वजनिक स्थलों के लिए भी गाइडलाइन जारी की है। कोरोना के संक्रमण की आशंका को देखते हुए भारतीय वन अनुसंधान संस्थान में सैलानियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। कार्बेट पार्क पहुंचने वाले विदेशियों को प्रवेश से पहले अस्पताल में जांच अनिवार्य कर दी गई है। देहरादून में एक महीने तक चलने वाला एतिहासिक झंडेजी का मेला तीसरे दिन ही रविवार को समेट दिया गया है। देहरादून के डीएम ने कोचिंग इंस्टीट्यूटों को अगले आदेशों तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। दूसरी तरफ, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कालेज श्रीनगर गढ़वाल में कक्षाएं भी 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई हैं। अन्य शिक्षण संस्थानों में पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका है।