रुद्रपुर। उत्तर प्रदेश में सेवायोजन विभाग में उप निदेशक रहे सेवानिवृत्त पीसीएस अफसर का आदर्शनगर स्थित बंद मकान में सड़ा-गला शव मिला है। वह अपने घर पर अकेले ही रहते थे। शव करीब सात-आठ दिन पुराना बताया जा रहा है। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिजन शव लेकर यूपी रवाना हो गए हैं। पांडे पोखरा, गांधीनगर जिला बस्ती (यूपी) निवासी रामकृत राम (67) पुत्र भूसी राम साल 2016 में सेवायोजन विभाग से डिप्टी डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
पुलिस के मुताबिक, रामकृत राम किच्छा के वार्ड नंबर पांच आदर्श नगर में अपने घर पर अकेले रह रहे थे। उनका परिवार यूपी के बस्ती में रहता है। गुरुवार को दीपावली के दिन पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर सूचना दी कि रामकृत कई दिन से घर से नहीं निकले हैं। उनके घर से बदबू आ रही है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने अंदर झांककर देखा तो रामकृत राम का सड़ा गला शव चारपाई पर पड़ा था। चारपाई पर मच्छरदानी लगी हुई थी। पुलिस शव की हालत देखकर अनुमान लगा रही है कि रामकृत राम की करीब सात-आठ दिन पहले मौत हुई होगी। पुलिस की सूचना पर रामकृत राम के परिजन किच्छा पहुंच गए। रामकृत के बहनोई फूलचंद, धौराडाम क्षेत्र में रहते हैं। यूपी के जिला बस्ती से रिटायर होने के बाद रामकृत अपने बहनोई फूलचंद एवं भांजे मुन्ना लाल के कहने पर किच्छा में आकर रहने लगे।
उन्होंने यहां आदर्श नगर में बना बनाया मकान खरीद लिया था। जबकि उनका परिवार बस्ती में ही रहता था। रामकृत का एक बेटा और दो बेटियां हैं। रामकृत के पुत्र अवनीश फैजाबाद में पंजाब नेशनल बैंक में कैशियर हैं। रामकृत राम को एकाकी जीवन पसंद था। यही कारण था कि वह यहां अकेले रहते थे। पड़ोसियों ने बताया वह रामकृत राम को अपने घर से आते-जाते देखते थे, उनसे किसी की ज्यादा बातचीत नहीं होती थी। पड़ोसियों के अनुसार, रामकृत काफी दिनों से घर पर आते-जाते नहीं दिख रहे थे। दीपावली वाले दिन उनके पड़ोसी ने जब धूप में बैठने के लिए बाहर कुर्सी डाली तो उन्हें रामकृत राम के मकान से दुर्गंध का अहसास हुआ। इसकी जानकारी पुलिस को दी। सब इंस्पेक्टर गौरव जोशी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मकान का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने रामकृत के बहनोई फूलचंद एवं भांजे मुन्ना लाल को मौके पर बुलाया। इसके बाद घर का दरवाजा तोड़ा, तो रामकृत का शव चारपाई पर पर औंधे मुंह पड़ा पाया। शव पूरी तरह से क्षत विक्षत हो चुका था। सितारगंज के सीओ ओम प्रकाश ने बताया, सेवानिवृत्त पीसीएस अफसर रामकृत राम के रिश्तेदारों के सामने दरवाजा तोड़कर उनका शव बाहर निकाला गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा।