मसूरी- देहरादून मार्ग चौडीकरण मे बडे घोटाले का आरोप,
मसूरी में सामाजिक कार्यकर्ता मनीष गोनियाल ने पाहड बचाओ मसूरी बचाओ मुहिम के तहत मसूरी देहरादून मार्ग पर पिछले 2 सालों में हुए चैड़ीकरण के बाद में हुए घोटाले के साथ मसूरी देहरादून मार्ग गलोगी पावर हाउस के पास पहाड़ का एक पूरा भाग को भूस्खलन की जद में छोड़ देने को लेकर नाराजगी जताई है | उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगो को भारी परेनानियों का सामना करना पड रहा है। वही पहाड से हो रहे भूस्खलन के कारण कभी भी जानमाल का नुकसान हो सकता है।
मनीष गोनियाल द्वारा एसडीएम मसूरी के माध्यम से सीएम तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन भेजकर मसूरी – देहरादून मार्ग के चौडीकरण में हुई धांधली की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होने कहा कि मसूरी देहरादून मार्ग के चैडिकरण करने को लेकर ठेकेदारों द्वारा बड़ी-बड़ी मशीनों का इस्तेमाल कर पहाड को बेतरकीब तरके से काटा गया है जिससे पहाड़ को भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं पहाड़ को काटने के बाद उसका ट्रीटमेंट और सड़क के नारे लगाए जाने वाले पूश्ते भी नहीं लगाए गए हैं, जिससे लगातार पहाड़ से पत्थर गिर रहे हैं वही बारिश के समय पर कई जगह पर भूस्खलन हो रहा है ऐसे लोगों की जान माल का खतरा उत्पन्न हो गया है। पिछले 2 दिन में हुई बारिश में मसूरी देहरादून मार्ग कई बार भूस्खलन के बाद बंद हुआ परंतु ना तो इस ओर प्रशासन और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ लोक निर्माण विभाग इस ओर काम कर रहा है उन्होंने कहा कि अभी लोग करोड़ों संक्रमण की मार झेल रहे हैं मसूरी का पर्यटन पूरी तरीके सेप्रभावित हो गया है लोग रोजी-रोटी के लिए तरस रहे हैं परंतु उनकी किसी प्रकार की मदद सरकारी स्तर पर नहीं की पाई। उन्होंने कहा कि मसूरी देहरादून चैड़ीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। वह पहाड तोड़ते हुए पत्थर निकले उन पत्थरों को कहां इस्तेमाल किया गया किसी को नही मालूम है। चैड़ीकरण करते हुए सड़क किनारे जंगलों के साथ पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया गया उसको लेकर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाये गई है। उन्होने प्रदेश सरकार मसूरी देहरादून मार्ग पर चैडिकरण के नाम पर हुए घोटाले की विस्तृत जांच करने के साथ कटे हुए पहाडों का तत्काल ट्रीटमेंट करने की मांग की है जिससे आने वाले बारिश के सीजन में लोगों को परेशानियां ना हो और बड़े हादसा होने से बचाया जा सके।