कोरोना महामारी के दौरान कालाबाजारी और ओवररेटिंग करने वालों पर कार्यवाही
कोरोना महामारी के दौरान जहां एक ओर सामाजिक संस्थाये निस्वार्थ सेवा में लगी हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी समाज के दुश्मन हैं, जो कालाबाजारी और ओवररेटिंग करने से बिल्कुल भी गुरेज नहीं कर रहे है । ऋषिकेश हरिद्वार रोड़ स्थित पुरुषोत्तम डायग्नोसिस लैब के संचालक के द्वारा RT – PCR टेस्ट के मूल्य में ओवररेटिंग की जा रही थी। जिस पर आज पुलिस ने छापेमारी की और सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया हैं।
अमित कण्डियाल
कोतवाली ऋषिकेश पुलिस व SOG ग्रामीण की संयुक्त टीम को सूचना मिली कि कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत पुरुषोत्तम डाईग्नोस्टिक सेन्टर के संचालक द्वारा लोगो से RT – PCR टैस्ट के एंवज में 1200/- से 1500/- रुपये लेते हुए ओवर रेटिंग की जा रही है। जबकि शासन द्वारा आरटीपीसीआर टैस्ट का शुल्क 700 रुपये निर्धारित किया गया है। उक्त सूचनाओ से तत्काल उच्चाधिकारीगणो को अवगत कराते हुये उनके दिशा- निर्देश में गठित पुलिस टीम को सादे वस्त्रो में आरटीपीसीआर टैस्ट कराने हेतु उक्त अलग – अलग लैबो में भेजा गया। उक्त कर्मचारियो से भी पैथोलोजी लैब संचालको द्वारा आरटीपीसीआर टैस्ट के एवज में 1200/- रुपये शुल्क लिया गया। जिसका भुगतान उक्त कर्मचारियों द्वारा गूगल पे के द्वारा किया गया था। जिससे उक्त सूचनाओ के तस्दीक होने पर तत्काल SOG ग्रामीण तथा स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा उक्त लैब में छापा मारते हुए ओवर रेटिंग करने पर एक व्यक्तियो को मौके से गिरफ्तार कर , उनके पास से लैब से सम्बन्धित रजिस्टर, स्वैप मशीन ,मोबाइल फोन ,गूगल पे.क्यू.आर कोड स्लिप व नगदी बरामद की गयी। इस सम्बन्ध में गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध कोतवाली ऋषिकेश में 225/2021 धारा 188/420 भादवि0, 53 आपदा प्रबन्धन अधीनियम व धारा 3 महामारी अधिनियम अधिनियम के अभियोग पंजीकृत किया गया है।