लौक डाउन के बड़ ठप्प पड़े परिवहन व्यवसाय और खड़े वाहनो का टैक्स भरने से परेसान कारोबारियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट कर अपना दुखड़ा सुनाया | उन्होने बताया कि बेरोजगार हो चुके परिवहन कारोबारियों के लिए जल्द कोई प्लान नहीं बनाया गया तो उन्हे भूखों मरने की नौबत आ सकती है |
उत्तराखंड परिवहन महासंघ का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के परिवहन व्यवसायियों की समस्याओं के संबंध में रविवार को उत्तराखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में उनके आवास ने मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा |
महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने मुख्यमंत्री को परिवहन व्यवसाई की समस्याओं से अवगत कराया| उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा का संचालन 2 वर्ष से नहीं हो पाया है, जिस कारण वाहन स्वामियों की आर्थिकी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है, वाहन स्वामी वाहनों की किस्त नहीं दे पा रहा है , वही बिना चले वाहनों का टैक्स भरना पड़ रहा है |
यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया कि परिस्थितियां सामान्य होने पर कुछ वाहनों को लोकल सेवा के रूप में सड़कों पर उतारा गया है | परंतु पुलिस एवं आरटीओ प्रवर्तन दल द्वारा बिना वजह ही चालान की कार्रवाई की जा रही है, जबकि उत्तराखंड की सीमा लगते हुए राज्यों द्वारा जैसे उत्तर प्रदेश और हिमाचल में परिवहन अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि गंभीर अपराध होने पर ही वाहनों का चालान किया जाए | गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक मालिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत एवं यात्रा प्रभारी मदन कोठारी ने बताया कि यदि शीघ्र वाहन स्वामियों को आर्थिक राहत का पैकेज नहीं दिया जाता है , तो वाहन स्वामी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगा, इसलिए सरकार को चाहिए कि शीघ्र अति शीघ्र वाहन स्वामी के हितों के लिए राहत पैकेज घोषित करें | मुख्यमंत्री ने समस्त मांगों को गंभीरता पूर्वक सुना एवं आश्वासन दिया कि शीघ्र अति शीघ्र राहत पैकेज घोषित किया जाएगा |