देहरादून। श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत क्षतिग्रस्त सड़कों के शीघ्र मरम्मत एवं डामरीकरण किया जायेगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई एवं एनएच के अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। इसके अलावा क्षेत्र की खराब सड़कों को गड्डा मुक्त करने के लिए भी विभागीय अधिकारियों को कहा गया है। सरकार द्वारा संबंधित विभागों डामरीकरण एवं मरम्मत कार्यों के लिए राज्य सेक्टर एवं आपदा मोचन निधि से पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करा दी गई है साथ ही बरसात के कारण प्रदेश भर में अवरूद्ध सड़कों को दो दिन के भीतर खोलने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों के डामरीकरण एवं मरम्मत को लेकर लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई एवं एनएच के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में डॉ. रावत ने अपनी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मोल्काखाल-टीला, माजरामहादेव-नौड़ी, नलई-चुटानी, सुंदरबैंड-ऐंठी, तिरपालीसैंण-डुंगरी, नौठा-धुलेत, चाकीसैंण-जाख मोटर मार्गों का डामरीकरण एवं मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर किये जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अन्य तमाम क्षतिग्रस्त सड़कों को दो माह के अंदर गड्डा मुक्त बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कहा कि सरकार ने पूरे प्रदेश में छह हजार किमी सड़कों को गड्डा मुक्त किये जाने हेतु 200 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई को सड़कों के डामरीकरण एवं मरम्मत के लिए आपदा मोचन निधि से पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करा दी गई है। इसके बावजूद बजट की कमी रहती है तो आपदा प्रबंधन विभाग से और भी धनराशि मुहैया कराई जायेगी। डॉ. रावत ने प्रदेश भर में बरसात के कारण अवरूद्ध सड़कों को दो दिन के भीतर खोलकर यातायात सुचारू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक में पीएमजीएसवाई के सीईओ उदय राज, मुख्य अभियंता पीएमजीएसवाई आर.पी. सिंह, प्रमुख अभियंता लोनिवि प्रमोद कुमार, मुख्य अभियंता एन.पी. सिंह, अधीक्षण अभियंता पीएमजीएसवाई श्रीनगर एस.के. बसलियाल, अधिशासी अभियंता श्रीनगर वी.डी. जोशी, अधिशासी अभियंता बैजरों महेन्द्र यादव, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग आदर्श गोपाल, जिला सहकारी बैंक कोटद्वार के अध्यक्ष नरेन्द्र रावत सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।