चीन सीमा से लगे उत्तरकाशी जिले में अब तक बार्डर पर काम करने के लिए सेना का नाम चलता आया है लेकिन इस बार उत्तरकाशी पुलिस ने भी ऐसा काम किया है कि यूपी से लेकर उत्तराखंड के कई जिलों के बॉर्डर पर जो पुलिस काम नहीं कर पाई उसे सीमांत जनपद उत्तरकाशी पुलिस ने कर दिखाया है। आखिर ऐसा क्या काम उत्तरकाशी पुलिस ने किया है कि प्रदेश में हर तरफ उसकी चर्चा हो रही है
उत्तराखंड पुलिस पर अक्सर यह आरोप लगते रहे हैं कि नशे के कारोबार में धरपकड़ के दौरान वह छोटी मछलियों का ही गिरफ्तारी करती हैं और बड़े ड्रग माफिया साफ बचकर निकाल जाते है और फिर नए नशे के नए बिचलिए तैयार कर लेते है । लेकिन इस बार सीमांत जिले उत्तरकाशी की उत्तरकाशी की पुलिस ने ऐसा काम किया है कि उत्तर प्रदेश के बरेली से लेकर प्रदेश की राजधानी देहरादून तक की पुलिस देखती रह गई और उत्तरकाशी पुलिस बाजी मार ले गई ।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि उत्तरकाशी पुलिस का नाम इस बार चर्चाओं में आ रहा है दरअसल उत्तराखंड में युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में धकेलने वाले माफिया बरेली से अपना ऑपरेशन चलाते हैं ये प्रदेश की पुलिस को मालूम है , वही स्मैक के मामले में जो लोग पकड़े जाते हैं वह सिर्फ पांच 6 ग्राम की मात्रा मे उपयोग करते हुए ही पकड़े जाते है वह भी जो स्वयं पीने के लिए प्रयोग करते है । ये सब सोची समजी रणनीति के तहत होता है ताकि कानून से उन्हे राहत मिल सके और उनका धंधा आराम से चलता रहे । और अब तक होता भी यही था , कभी एक युवा पकड़ा गया जो पढ़ाई करता था कभी एक बेरोजगार और ड्रग की दुनिया की बड़ी मछलियां कभी हाथ नहीं आई । हैरानी की बात है कि इस काम के लिए ड्रग माफियाओं ने सरकारी कर्मचारियों को भी अपना पैडलर बना रखा था । बार-बार यही सवाल उठते थे कि जब पुलिस को मालूम है कि बरेली से ड्रग माफिया स्मैक के धंधे को संचालित करते है तो इस मामले के बड़ी मछलियों पर पुलिस हाथ क्यों नहीं डाल पाती?
इस बात का जवाब सीना तान कर इस बार उत्तरकाशी पुलिस ने दिया है जो उत्तर प्रदेश से कई सो किलोमीटर और राजधानी देहरादून से भी देश की सबसे अंतिम सीमा पर चीन सीमा से जुड़े उत्तरकाशी जिले मे हुआ है ।
उत्तरकाशी जिले के पुलिस कप्तान अपर्णा यदुवंशी ने बताया थाना धरासू की पुलिस एसओजी के साथ चेकिंग अभियान चलाया गया था जिसके बाद देहरादून के नीरज कुमार को s-cross गाड़ी में 24 ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया उन्होंने बताया कि यह ड्रग माफिया टिहरी और उत्तरकाशी जिले में जिले का मुख्य स्मैक सप्लायर है, और इसकी पुष्टि पूर्व में पकड़े गए कई आरोपी द्वारा भी की गई है। यह ड्रग माफिया अपनी महंगी गाड़ी में हर चक्कर मे बरेली से करीब 100 ग्राम स्मैक लेकर चलता है लेकिन इस बार नजीमाबाद और कोटद्वार में अपने किसी रिश्तेदार के पास इसने कुछ मात्रा में स्मैक रख दिया अथवा बेच दिया लिहाजा उत्तरकाशी पुलिस को महज 24.17 ग्राम की अवैध इसके पास से बरामद हुई इसके बावजूद भी ड्रग के खिलाफ यह बड़ी कार्यवाही है और उत्तरकाशी पुलिस का सीना चौड़ा करने के लिए पर्याप्त है । उत्तरकाशी पुलिस की तारीफ इसलिए भी कि देहरादून चमोली हरिद्वार पौड़ी और तमाम जिलों की पुलिस देखती रह गई और उत्तरकाशी पुलिस बाजी मार गई ।
आरोपी देहरादून के पौस इलाके डालनवाला में रहता है जिसके बड़े बड़े क्रॉस मॉल मे दुकाने भी हैं
पुलिस कप्तान ने बताया कि अब पुलिस ड्रग से कमाई गई आरोपी की संपत्ति को अटैच कर करने की तैयारी कर रही।
है एसपी उत्तरकाशी ने गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए उनके उत्साह वर्धन के लिए ₹5000 का पुरस्कार देने की घोषणा की