देहरादून। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री एवं पौडी जनपद प्रभारी नवीन जोशी ने जीरो बैलेंस खातों में चार बार से अधिक निकासी के नाम पर खाता धारकों से बैंकों द्वारा वसूली किये जाने को गरीब जनता का शोषण बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीब जनता को जनधन के नाम पर जीरो बैलेंस पर खाते खुलवाये और अब उन्हीं खातों से जब गरीब जनता अपने पैसे निकासी कर रही है तो बैंकों द्वारा करोड़ों रूपये शुल्क वसूलने की बात सामने आई है जो जांच का विषय है।
नवीन जोशी ने कहा कि जीरो बैलेंस खाते देश की सबसे गरीब जनता ने सरकार के आश्वासन पर खुलवाये थे और उन खतों में अपना पेट काट कर जो धनराशि जमा की अब उसी धनराशि की निकासी के लिए उससे शुल्क वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक महामारी कोरोना से पीडित गरीब जनता जिसमें से कई लोग अपनी रोजी-रोजगार खो चुके हैं तथा उनके सामने भरण-पोषण का संकट खडा हो गया है ऐसे में बैंकों द्वारा चार बार से अधिक निकासी पर शुल्क वसूला जाना गरीब जनता के घावों पर नमक छिडकने जैसा है। उन्होंने कहा कि इस मामले का संज्ञान भारतीय रिजर्व बैंक ने भी लिया है तथा सभी बैंकों को निर्देशित भी किया है परन्तु इसके बावजूद बैंकों द्वारा वसूली की जा रही है जो कि न्याय संगत नहीं है। नवीन जोशी ने देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मांग की है कि जिन खाता धारकों के खाते से कटौती की गई है उनकी राशि उन्हें ब्याज सहित लौटाई जाय। नवीन जोशी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल लेनदेन पर जोर-शोर से भाषण देते हैं परन्तु अब डिजिटल लेनदेन पर भी शुल्क वसूला जा रहा है जिसे तुरन्त रोका जाना चाहिए।