लोक निर्माण विभाग मे काम करते हुए पावर ऑफ अटॉर्नी लेकर ठेकेदारी करने और भुगतान मे छल कपट करने के साथ भुगतान मांगने पर गाली गलोच और परिवार सहित जान से से मारने की धमकी के आरोप पर उत्तरकाशी कोतवाली मे पेटी ठेकेदार धर्मेंद्र सिंह रावत की शिकायत पर लोक निर्माण विभाग मे कम्प्युटर ओप रेटर कुँवर विक्रम सिंह पँवार और ठेकेदार दिग्विजय सिंह केंतुरा के खिलाफ NIL /2020 आईपीसी की धारा 406/420 – 504/506 मे मुकदमा पंजीकृत हो गया है |
उत्तरकाशी जिले के भटवाडी तहसील अंतर्गत चढ़ेती – रेथल और भटवाडी – बार्सु मोटर मार्ग मे निर्माण के बाद भुगतान को लेकर हुए विवाद के बाद पेटी ठेकेदार धर्मेंद्र सिंह रावत की शिकायत पर थाना कोतवाली उत्तरकाशी मे यह मामला दराज हुआ है |
थाना कोतवाली को दी गयी अपनी तहरीर मे पेटी ठेकेदार धर्मेंद्र रावत ने आरोप लगाया कि चढ़ेती – रेथल और भटवाडी – बार्सु मोटर मार्ग मे निर्माण के लिए पार्थ कन्स्ट्रकशन से पेटी मे काम करने के लिए कुँवर विक्रम सिंह पँवार ने मिलवाया और शर्तो के अनुसार सभी टी एंड पी के साथ भुगतान का 5 % पार्थ कन्स्ट्रकशन को देकर बाकी का पेटी ठेकेदार हो ही भुगतान किया जाना था | आरोप है कि जीएसटी सहित (1154000रु) 11 लाख 54 हजार की विभागीय कटौती हुई जो पेटी ठेकेदार को 48 लाख रु बताए गए इसके अलावा समय समय पर विभाग से हुए भुगतान होने पर भी पेटी ठेकेदार को भुगतान नहीं किया गया |इस तरह कुल मिलकर 80 लाख रु का भुगतान ओएटी ठेकेदार को नहीं दिया गया |
आरोप ये भी लगाया गया कि लोक निर्माण विभाग उत्तरकाशी मे कम्प्युटर ओपरेटर के पद पर कार्य करने वाला विक्रम सिंह पार्थ कन्स्ट्रकशन कंपनी का पार्टनर है जिसका मालिक दिग्विजय सिंह केंतुरा है | धर्मेंद्र रावत ने आरोप लगाया कि दोनों लोगो ने छल कपट किया गया है | आरोप ये भी लगाया गया कि लोक निर्माण विभाग मे सेवा देने के साथ ही विक्रम सिंह अपने पिता डबल सिंह के नाम से पावर ऑफ अटॉर्नी लेकर ठेकेदारी का भी काम करता है | उन्होने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग से वेतन लेने और कार्य दिवस पर सुबह 10 से साय 5 बजे तक ऑफिस मे ड्यूटि देने के बाद ठेकेदारी करने का समय कैसे मिल जाता है ?
हरीश सिंह लोक सूचना अधिकारी लोक निर्माण विभाग उत्तरकाशी ने सूचना अधिकार मे बताया कि कुँवर विक्रम सिंह 4 जनवरी 2002 से खंड मे कम्प्युटर ओपरेटर पद पर हैंड रसीद के माध्यम से कार्यरत है | इसके अलावा डबल सिंह पँवार के नाम से जो पंकीकरण है उस पर कुँवर विक्रम सिंह के नाम पावर ऑफ अटॉर्नी दी गयी है किन्तु वर्तमान मे विभाग मे ठेकेदार डबल सिंह के नाम कोई अनुबंद गठित नहीं है |
बहरहाल लोक निर्माण विभाग मे कार्य करते हुए कुँवर विक्रम सिंह को पार्थ कन्स्ट्रकशन ने किन टर्म्स और कंडिशन पर पावर अटॉर्नी दी है और उन्हे वे कब और किस समय पूरा करते है ये मामला अब न्यायालय मे विचारधीन है |