चार धाम यात्रा मे इस बार उमड़ने वाली श्रद्धालुओ की भीड़ भले ही पर्यटन कारोबारियों के चेहरे पर उम्मीद की किरने जगा रही है वही पुलिस प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरे भी साफ देखी जा सकती है । दो वर्ष तक कोरोना के चलते बंद पड़ी पर्यटन गतिविधियो के बाद इससे जुड़े कारोबारियों को इस साल घाटा पूरा होने की उम्मीद है , वही सीमित संसाधन के बीच पर्यटको की भीड़ को व्यवस्थित करना पुलिस के लिए चुनोती बनी हुई है ।
इसी कड़ी मे सूबे के पुलिस मुखिया डीजीपी अशोक कुमार अपने तीन दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुचे । दरअसल उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के दो प्रमुख पड़ाव गंगोत्री और यमनोत्री उत्तरकाशी जिले मे ही पड़ते है । उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा सुरू होने से एन वक्त पहले उत्तरकाशी के डीएम और एसपी का ट्रांसफर करवा दिया , चार धाम यात्रा की सुरुवात अक्षय तृतीय पर गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही सुरू हो रही है लिहाजा सूबे के डीजीपी अशोक कुमार अपने तीन दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी जिले मे ही मौजूद रहकर यात्रा वयवस्था पर नजर रखेंगे ।
रविवार साम को उत्तरकाशी पुलिस लाइन मे गार्ड सलामी लेने के बाद डीजीपी ने नगर के विभन्न संगठनो से जुड़े लोगो से पुलिस व्यवस्था के संबंध मे सुझाव मांगे । ज़्यादातर लोगो युवा पीढ़ी के नशे की दुनिया मे जाने पर चिंता व्यक्त की साथ ही ट्राफिक व्यवस्था पर कारगर कदम उठाने की बात कही।
पत्रकार वार्ता मे पुलिस मुखिया ने बताया की जन सहयोग से ही पुलिस अपने प्रयासो मे सफल होगी । उन्होने बताया कि पर्यटको की सुविधा के लिए पर्यटन पुलिस काम कर रही है, साथ ही पुलिस के जवानो से और अधिक बेहतर काम लेने के लिए उनके काम के घंटे तय करने के साथ ही सप्ताह मे एक दिन आराम करने का फॉर्मूला भी अपनाया जा रहा है ।