उत्तराखंड मे मंत्री महज अपनी विधान सभा तक ही सीमित हो गए है । विधान सभा से बाहर उनके दौरे पार्टी कार्यकर्ताओ के साथ सेलफ़ी लेने तक ही सीमित होते है । विधान सभा से बाहर इन दौरो मे न तो कोई उत्साह झलकता है और उल्लास । कैबनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी मे अपने दौरे के दौरान समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को मोदी सरकर मे सर्वोच्च पद प्राप्त होने पर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के चित्र को ढोल नगाड़ो व हर्षोल्लास के साथ प्रदेश की समस्त पंचायत भवनों में लगाएं जाने के निर्देश दिये ।
बतौर पर्यटन मंत्री महाराज ने उत्तरकाशी जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डेढ़ सौ साल पुराने तिब्बत व्यापार की ऐतिहासिक गरतांग गली को औऱ अधिक विस्तार करने के साथ नेलांग, जादुंग घाटी को भी पर्यटन की दृष्टि से खोले जाने का समर्थन किया । इतना ही नहीं गंगोत्री क्षेत्र मे हिमतेंदुआ अभ्यारण बनाने एवं दयारा बुग्याल को विंटर डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का भी भरोसा दिलाया । महाराज ने माना कि चारधाम यात्रा के बाद विंटर सीजन में पहाड़ सुन-सान हो जाते हैं। जिसके लिए यहाँ शीतकालीन खेलों को शुरू करने के लिए दयारा बुग्याल को विंटर डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। एडवेंचर के क्षेत्र में एंगलिंग,जंपिंग, रिवर राफ्टिंग जैसी गतिविधियों को शुरू किया जा रहा है।
मंत्री ने पंचायतों में कूड़े के निस्तारण के लिए पंचायती राज विभाग के अंन्तर्गत प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर जटायु (वेक्यूम क्लिनर) आदि मशीन उपलब्ध कराई जा रही है ताकि कूड़े का निस्तारण किया जा सकें। हैरानी कि बात तो ये है कि नगर पालिका मे ये जटायू फेल हो चुके है।