उत्तरकाशी : जवानी मे दिल से खेलिए और बुढ़ापे मे दिल की बीमारी झेलिए – विश्व ह्रदय दिवस

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बुधवार दिनांक 29 सितम्बर को जिला अस्पताल के महिला opd के कॉरिडोर मैं विश्व ह्रदय दिवस धूमधाम से संपन्न हुआ! जिसमे अस्पताल के सभी अधिकारी कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया! कार्यक्रम का संचालन डॉ निकिता नौटियाल निषचेतक ने किया! कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य सभी ह्रदय रोग से बचाव के लिए CPR व AED डॉफीब्रिल्लाटर का उपयोग कैसे करना है की विस्तृत जानकारी डा अभिषेक नौटियाल निषचेतक ने दिया!

वर्ल्‍ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक, पहले यह तय किया गया था कि हर साल सितंबर महीने के अंतिम रविवार को इसे मनाया जाए, लेकिन साल 2014 में इस खास दिन को मनाने के लिए 29 सितंबर की तारीख निश्चित कर दिया गया!


आज यानी 29 सितंबर के दिन पूरी दुनिया वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day) मना रही है. इस दिन को मनाने का खास उद्देश्य लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में जागरूक करना है. भारत की बात करें तो यहां हर चार में से एक मौत कार्डियोवस्कुलर डिजीज (CDC) की वजह से होती है. हालांकि दिल की बीमारी के समस्या से सिर्फ हमारा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया जूझ रही है. इसलिए, आपके दिल के स्वास्थ्य को इनटैक्ट रखने की गंभीरता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक खास दिन को समर्पित किया गया है, और ये है “विश्व हृदय दिवस”.

आज ही क्यों मनाया जाता है World Heart Day, दुनियाभर में 29 सितंबर को दर्ज घटनाओं का पूरा ब्यौरा
29 सितंबर के दिन पूरी दुनिया वर्ल्ड हार्ट डे मना रही है

29 सितंबर के दिन पूरी दुनिया वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day) मना रही है. इस दिन को मनाने का खास उद्देश्य लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में जागरूक करना है. भारत की बात करें तो यहां हर चार में से एक मौत कार्डियोवस्कुलर डिजीज (CDC) की वजह से होती है. हालांकि दिल की बीमारी के समस्या से सिर्फ हमारा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया जूझ रही है. इसलिए, आपके दिल के स्वास्थ्य को इनटैक्ट रखने की गंभीरता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक खास दिन को समर्पित किया गया है, और ये है “विश्व हृदय दिवस”.

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कार्यक्रम के मुख अतिथि डॉ एस डी सकलानी ने कहा की आधुनिकता की तरफ और पश्चिमी संस्कृति हमें ह्रदय रोगों के तरफ ले जारही है, उन्होंने कहा की विश्व मैं 40% जनसंख्या मोटापे शुगर हाइपरटेंशन व ह्रदय रोगों से ग्रसित है, उन्होंने कहा की रोज़ ह्रदय के प्रतिरक्षा के लिए व्यायाम करना व रोज़ 1-2 किलोमीटर चलना जरूरी है! 80%हह्रदय रोगों को आहार और जीवनशैली मैं बदलाव के साथ रोका जा सकता है!
कार्यक्रम मैं जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ सुबेग सिंह ने भी ह्रदय रोगों की इंडिकेशन और कॉन्ट्रैइंडिकेशन पर मुख रूप से प्रकाशित किया, उन्होंने कहा की जंक फ़ूड भी ह्रदय रोगों को उत्पन्न करने सहायक है! वही गिरीश उनियाल नर्सिंग अधिकारी आई सी यू मैं कार्यरत ने भी ह्रदय का सर्कुलटरी सिस्टम पर सभी अवगत कराया व कहा की 29 सितंबर का दिन विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है. हृदय मनुष्य शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है. आज के इस दौर में लोगों को हार्ट संबंधी कई बीमारियां हो रही हैं.

भारत में 25 साल से लेकर 60 साल तक के आयुवर्ग के लोग इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक सबसे ज्यादा मौत दिल की बीमारियों की वजह से होती है. आइये जानते हैं कि कैसे हार्ट फेल की स्थिति होती है और कैसे इसके लक्षणों को पहचान सकते हैं. हृदय रोग यानि दिल की बीमारी कई तरह से हो सकती है. ये कई तरह से आपको परेशान कर सकती है और इसके लक्षण भी अलग अलग हैं.विश्व ह्रदय दिवस के कार्यक्रम मैं विभिन्न प्रकार की पोस्टर प्रतियोगिता भी हुई जिसमे आई सी यू मैं कार्यरत वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी श्रीमती अंजना शर्मा के पोस्टर प्रतियोगिता मैं प्रथम व सराहना हुई! कार्यक्रम के वरिष्ठ अतिथि डा बी एस रावत ऑर्थोपडिशियन, डॉ प्रेम पोखरियाल वरिष्ठ चिकत्साधिकारी, डा मेहा पांगती आँखों रोग विशेषज्ञ,अस्पताल मैं नयी सर्जन डा मेघा, डॉ नेगी दाँत रोग विशेषज्ञ, आदि ने भी कार्यक्रम को सराहा! कार्यक्रम मैं रतन मणि, रेखा, रजनी, वर्षा, मुकेश, भारती, मंजू, गोपाल राणा, कुशला शाह, रतन मणि नौटियाल, संतोषी, भगवती भट्ट आदि समस्त जिला अस्पताल के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहें!!

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