बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि यात्रा कष्टकारी होती है और यात्रा के कष्टों के बाद ही परमपिता परमात्मा से मिलन का असीम सुख इंसान को प्राप्त होता है ।
आज के बदलते दौर में जब आने जाने की कई साधन मौजूद हैं तो बाबा केदार आज भी लगातार बर्फ कि आगोश में खुद को समेटे हुए हैं , और इंसानों से बराबर दूरी बनाए हुए हैं बाबा केदार से मिलन के बीच यह तीखी बर्फबारी जो रोड़ा बन रही है उसे हटाने के लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है
बर्फ से ढके इन मार्गों को जो आप तस्वीरों में देख रहे हैं इसी कठिन डगर से होकर श्रद्धालुओं को बाबा केदार तक पहुंचना है ।
आप समझ सकते हैं कि सफर कितना रोमांचकारी होगा और ईश्वर से मिलन कितना प्रेम पूर्ण होगा
ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के लिए अब सिर्फ एक माह का समय शेष रह गया है। श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
यात्रा मार्ग से बर्फ को हटाने का कार्य पूर्ण करते हुए आवाजाही हेतु मार्ग खोल दिया गया था किन्तु पिछले दिनों केदारनाथ धाम में बार-बार मौसम खराब होने और भारी बर्फवारी के चलते भैंरो ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर एवं बड़ी लिनचोली के पास बड़े हिमखंड और ग्लेशियर आने से यात्रा मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया है तथा यात्रा मार्ग को खोलने के लिए डीडीएमए द्वारा भैंरों ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर एवं बड़ी लिनचोली के पास बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है
डीडीएम द्वारा केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त एवं रैलिंग टूटी हुई हैं उनका मरम्मत कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है