कानूनी अधिकार संगठन एलआरओ द्वारा 21 जुलाई रविवार को निठारी गांव की एसएससी लाइब्रेरी में निशुल्क कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया।
अंकित तिवारी
शिविर में उपस्थित कानून के विशेषज्ञ वकीलों के पैनल ने लोगों की समस्याओं के कानूनन निबटारे के लिए समाधान हेतु लोगों को अवगत कराया इसमें कानूनी अधिकार संगठन की तरफ से सर्व श्री रण पाल अवाना रीना राय सुनील कुमार शर्मा सीबी सक्सेना अंजू शर्मा नीतू वर्मा शारदा चतुर्वेदी ओंकार शर्मा घनश्याम मिश्रा आदि ने लोगों को अवगत कराया की कानूनी अधिकार संगठन निशुल्क कानूनी परामर्श देकर किस तरह आमजन को लाभान्वित कर रहा है जिसमें कानून के दायरे में आने वाली समस्याएं, बच्चों की शिक्षा को लेकर कानूनी अधिकार, उपभोक्ता संरक्षण के मामले, लोगों की विभिन्न समस्याओं की प्राथमिकी शिकायत पुलिस प्रशासन में न दर्ज किए जाने की स्थिति में क्रमवार कार्यवाही तथा किसी भी तरह की कानूनी सहायता को आगे बढ़ाने के लिए सूचना के अधिकार को उपयोग करते हुए विभागों से सूचना एवं जानकारी प्राप्त करने के लिए विस्तृत रूप से बताया गया.
साथी इसके अलावा जिस विशेष घटना ने निठारी शब्द को अंतरराष्ट्रीय मीडिया में अकारण ही D5 सेक्टर 31 में हुए जघन्य हत्याओ और नर कंकाल की बरामदगी से गांव सुर्खियों में लाया गया. निठारी गांव से संबंधित ना होने के बावजूद अकारण ही उसे भावनाओं की उत्तेजना में बहकर मीडिया द्वारा निठारी कांड का नाम दिया गया.
जिसका शिविर में गांव के प्रतिष्ठित बुजुर्गों और सभी लोगों ने कानूनी अधिकार संगठन के शिविर में विरोध दर्ज कराया.
जिसमें कानूनी अधिकार संगठन द्वारा हर संभव कानूनी परामर्श शासन-प्रशासन प्रशासन व सरकार में विरोध दर्ज कराने आदि के लिए पूर्ण कानूनी सहायता देने का आश्वासन दिया ताकि निठारी गांव कि जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई है और उसकी वजह से गांव के लोगों को अपमानित होना पड़ता है.
गांव पर लगे इस कलंक को धोने के लिए कानूनी अधिकार संगठन निठारी गांव को हर संभव कानूनी सहायता निशुल्क प्रदान करेगा.
कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती विमलेश शर्मा प्रधान निठारी गांव ने संगठन से कहा, समस्त गांव वासियों की निठारी कांड और उससे उपजे बदनामी के शब्द का लगातार इस्तेमाल स्थानीय निवासियों के आत्मसम्मान को झिजोङ कर रख देता है.
इसके समाधान के लिए कानूनी समस्या समाधान शिविर की अध्यक्षता कर रहे श्री रणपाल अवाना एडवोकेट ने निठारी गांव को यथासंभव कानूनी सहायता के लिए आश्वस्त किया और किसी भी प्रकार के अग्रिम कार्रवाई के लिए आमंत्रित किया।
मंच का सफल संचालन श्री अजय शर्मा ने किया. कानूनी अधिकार संगठन क्या है और कैसे काम करता है इस पर जानकारी शारदा चतुर्वेदी ने दी.
संगठन कानूनी रूप से आम लोगों की किस तरीके से मदद कर रहा है इस पर विस्तृत जानकारी सुप्रीम कोर्ट की अधिकता रीना राव ने दी. निठारी गांव क्या है और उसकी सांस्कृतिक धरोहर क्या है और सभी गांववासी निठारी कांड शब्द का इस्तेमाल न करने का संकल्प लें इस पर सचिन दुबे ने अपने विचार रखे. शिक्षा का अधिकार और स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए कानूनी अधिकार पर जानकारी नीतू वर्मा ने दी. कार्यस्थल पर यौन शोषण पर कानूनी अधिकार को लेकर जानकारी अंजू शर्मा ने दी.
निशुल्क कैंप में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र 11 वर्षीय बालिका रही जिसमें अपने और अपनी दो सहेलियों के परिवार में घरेलू हिंसा से होने वाले तनाव पर कानूनी सलाह मांगी.
कार्यक्रम की संयोजक विमलेश शर्मा ने संगठन को धन्यवाद दिया एवं संगठन की तरफ से धन्यवाद संबोधन रण पाल अवाना ने दिया.
कार्यक्रम में छवी गोयल सचिन दुबे राम शरण शर्मा आरके शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
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