भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्य़क्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने सरकार को पावर कार्पोरेशन और नियामक आयोग को चेतावनी दी है की बिजली की बढ़ाई जाने वाली दरे या तो वापस ले ले नही तो भारतीय किसान यूनियन बिजली की दरों को किसी भी कीमत में बढ़ने नहीं देगी।
आंकित तिवारी
भारतीय किसान यूनियन का इतिहास रहा है की स्वर्गीय चैधरी महात्मा महेंद्र सिंह टिकैत ने बिजली के बढ़ी दरों के खिलाफ आंदोलन करके भारतीय किसान यूनियन पष्चिमी उत्तर प्रदेश से इसका जन्म हुवा था अभी दो महीने पुरे नहीं हुवे है की भारतीय जनता पार्टी जो किसानो की बड़ी हितैषी बनती थी आज बिजली की दरे बढ़ाने जा रहे है मंडल अध्य़क्ष ने कहा क्या गन्ना और क्या धान के रेट बढ़ाए गए क्या गेहू के रेट बढ़ाए गए क्या आलू और मेंथा के रेट बढ़ाए गए अगर ऐसा नहीं किया गया है तो सरकार जानबूझ कर किसानो को परेशान करने की साजिश रच रही है भारतीय जनता पार्टी अगर ये सोच रही हो की किसान ने भारतीय जनता पार्टी को वोट नही दिया है तो अगर भारतीय जनता पार्टी के दिमाग में बहम है तो अपने दिमाग से मोदी और योगी ये बहम निकाल दे भारतीय जनता पार्टी को किसी ने वोट नहीं दिया देश के किसान और मजदूर गॉवं ग्रामीण ने पूर्ववर्ति सरकारों की कुछ नाकामियों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था और राष्ट्रवाद के नाम पर वोट दिया था लेकिन किसान को अगर परेशान किया गया एक तरफ 6000 रुपया वार्षिक देने के बाद किसान की उत्थान की बात भारतीय जनता पार्टी करती है दूसरी तरफ बिजली की बढ़ी दरे किसान को स्वीकार नहीं होंगी और आज इस प्रेस नोट के माध्यम से आप सभी से अनुरोध करता हूँ और भारतीय जनता पार्टी को चेतवानी देता हूँ की कृषि के काम में आने वाली बिजली को निशुल्क फ्री दिया जाए अगर ऐसा सरकार नहीं करती है तो बहुत जल्दी से जल्दी अनिश्चित कालीन धरने पर शाक्ति भवन पर बैठेंगे किसान इन्ही तमाम बातो के साथ किसानो को बिजली फ्री दिए जाने को लेकर 16,17,18 जून को हरिद्वार में जो किसानो का चिंतन शिविर हुवा है उसमे यह निर्णय भी लिया गया है की आर पार की लड़ाई होगी।

