देहरादून। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री ने अपने उत्तराखंड दौरे के तीसरे दिन देहरादून के रायपुर और धर्मपुर विधानसभा में जन संवाद और जनसभा को संबोधित किया। रायपुर विधानसभा पहुंचे राजेंद्र पाल गौतम का आप कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड की स्थिति यहां के राजनीतिक दलों ने बदहाल कर दी है। 21 सालों के इस प्रदेश में आज सुविधाओं का अकाल पड चुका है। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि आज उत्तराखंड में सरकारी स्कूलों की स्थिति बदहाल है। कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां कुछ शिक्षक अपने निजी लाभ के लिए सरकारी स्कूलों से गायब होकर अपनी जगह किसी अन्य प्राईवेट व्यक्ति को कुछ पैसे देकर पढ़ाने भेजते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसे में बच्चों की शिक्षा का कैसा स्तर हो सकता है। उन्होंने कहा कि यही वजह है उत्तराखंड के लोगों के पास प्राईवेट स्कूल के अलावा कोई विकल्प नहीं है। आज प्राईवेट स्कूलों में एक बच्चे पर प्रतिमाह 10 हजार का खर्चा आता है। लेकिन यहां तो 95 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं जिनकी आमदनी ही 15 से 20 हजार प्रतिमाह होती है। तो क्या ऐसे परिवार प्राईवेट स्कूलों में अपने बच्चों को तालीम दिला पाएंगे। आखिर ऐसे परिवार कहां अपने बच्चों को पढ़ाएं, जब सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का ये हाल है।
उन्होंने कहा कि हर बच्चे और परिवार का अपना एक सपना होता है। बच्चे बडे अधिकारी बनना चाहते हैं। जिसके लिए कोचिंग चाहिए होती है । जो बच्चा कोचिंग लेता है अकसर वो ही सफल होता है। लेकिन क्या गरीब बच्चे लाखों रुपये कोचिंग के नाम पर दे सकते हैं। आखिर क्या प्रतिभा पैसे के आगे दम तोड दे बिल्कुल नहीं ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड को बने 21 साल हो गए। लेकिन इतने सालों में सिर्फ कांग्रेस और बीजेपी ही सत्ता में रहे। लेकिन बच्चों की कोचिंग के बारे में किसी ने नहीं सोचा,अस्पतालों के बारे में किसी ने नहीं सोचा,गांवों और पहाडों में बहुत बुरा हाल है सरकार अच्छी शिक्षा भी नहीं दे पा रही है।
जो सरकार रोजगार के साधन ,अच्छा स्वास्थय,अच्छी शिक्षा नहीं दे पाए ,क्या ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक है। उन्होंने कहा जिन नेताओ ने जनता के लिए कुछ नहीं किया , यही नेता चुनावों के वक्त आपके पास आएंगे । लेकिन अब जनता को समझना होगा। जनता बीजेपी कांग्रेस और आप के घोषणा पत्र निकाल कर तुलना करले कि तीनों में कौन सी पार्टी ऐसी है, जिसने अपने सभी वादे पूरे किए। और जिस भी पार्टी ने अपने वादे पूरे किए हों आप उसी पार्टी को वोट दें। क्योंकि ये जनता का फैसला है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेता शराब और नोट दोंनों बांटेंगे, लेकिन जनता अपना अमूल्य वोट शराब और पैसे के लिए ना दें ,क्योंकि ऐसे नेता प्रदेश बेचने में भी पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने गुजरात मॉडल पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात का कोई मॉडल नहीं है। वो सिर्फ बीजेपी का प्रचार का एक माध्यम है जिसमें कई उद्योगपति शामिल हैं और मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने का एक रास्ता बनाया गया ।उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने प्रचार प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोडी ,लेकिन जनता बताए कि क्या बीजेपी ने जो वादे जनता से किए क्या वो वादे आजतक पूरे हो पाए। जनता ये जान ले कि बीजेपी बडे बडे विज्ञापन देकर जनता को बरगलाती है लेकिन वादे कभी पूरे नहीं करती है।