चमोली आपदा को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसरो से चार्टर लागू करने की मांग की थी जिसके बाद इसरो ने अंतरराष्ट्रीय चार्टर लागू किया है|
इसरो को अमेरिकन प्राइवेट सेटेलाइट कंपनी ने कुछ तस्वीरें दी हैं जिसमें चौंकाने वाली बात सामने आई है सेटेलाइट तस्वीरों से साफ पता चलता है कि चमोली में धौलीगंगा नदी के पहाड़ों पर पिछले एक हफ्ते में भारी बर्फबारी हुई थी जिसके चलते पहाड़ों पर बड़ी संख्या में बर्फ जमा हो गई थी और जब 6 फरवरी को मौसम खुला तो बर्फ का एक पूरा हिस्सा नीचे खिसक गया जो सेटेलाइट इमेज में साफ दिख रहा है आपको बताएं कि अमेरिका की प्राइवेट अर्थ इमेज कंपनी प्लेनेट लैब जो सैन फ्रांसिस्को कैलिफोर्निया बेस्ट है उसका सेटेलाइट आपदा क्षेत्र के ऊपर से गुजर रहा था सेटलाइट कंपनी से आई इमेज में साफ हो गया कि ताजा बर्फ glacier के चट्टानों वाले हिस्से में जमनी शुरू हुई थी जो मौसम साफ होने के बाद नीचे गिर गई और उसकी वजह से एक बड़ा सैलाब बना जिसने इतनी तबाही मचाई |
-त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड