-भाजपा ने कांग्रेस के धरने को पुलिस-प्रशासन के मनोबल को तोड़ने वाला बताया
देहरादून। भाजपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री तिलकराज बेहड़ के समर्थन में कांग्रेस द्वारा आयोजित धरने को कोरोना महामारी से निपटने में जुटे पुलिस-प्रशासन के मनोबल को तोड़ने वाला बताया है। पार्टी ने कहा कि भाजपा बदले की भावना से कभी ग्रस्त नहीं रही है। दुर्भावना की राजनीति कांग्रेस का इतिहास रहा है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अजेंद्र अजय ने कहा कि यह सर्वविदित है कि वर्तमान में लॉक डाउन जारी है। इसके बावजूद श्री बेहड़ ने लॉक डाउन का उल्लंघन कर कानून व्यवस्था को तोड़ने का दुष्प्रयास किया। उन्होंने कहा कि श्री बेहड के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में राजनीति जैसी कोई बात नहीं है। यह पूरी तरह से एक रूटीन प्रशासनिक कार्रवाई है। लॉक डाउन तोड़ने के आरोप में अब तक प्रदेश में अनेकों लोगों के विरुद्ध मुकदमे पंजीकृत हो चुके हैं। मगर कांग्रेस इस मामले को जबरन राजनीतिक रंग दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुलिस-प्रशासन के लोग कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस द्वारा मामले को राजनीतिक रंग देने से कोरोना वारियर्स का मनोबल टूटेगा।अजेंद्र ने कहा कि भाजपा कभी बदले की भावना से काम नहीं करती है। जबकि कांग्रेस का इस मामले में दामन दागदार है। उन्होंने प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का उदाहरण दिया और आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय में भाजपा के सैकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर मुकदमे दर्ज किए गए और उनका उत्पीड़न किया गया। विधायक राजकुमार ठुकराल पर अकेले 25 मुकदमे दर्ज किए गए। विधायक स्वामी यतिश्वरानंद के विरुद्ध दो मुकदमे पंजीकृत किए गए। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, विधायक गणेश जोशी व पूरन फर्त्याल समेत अनेक भाजपा नेताओं के विरुद्ध झूठे मामले दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। लिहाजा कांग्रेस के नेता हर चीज को राजनीतिक रंग देने में जुटे हुए हैं।