गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा राज्य की अवधारणा के विपरीतः दिवाकर भट्ट

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देहरादून। उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि गैरसैंण उक्रांद व राज्य आंदोलन के आत्मा रही है दल गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के संघर्ष व आगे की लड़ाई जे लिये तैयार है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन की घोषणा राज्य की अवधारणा के विपरीत है। ग्रीष्मकालीन की घोषणा एक शिगूफा है न बजट में कोई धन आवंटन नही हुआ कैसे गैरसैण में आधारिक संरचना यानि ढांचागत का कोई प्लान सरकार के पास नही है।

गिरीश गैरोला

दल के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में दिवाकर भट्ट ने कहा कि भाजपा के साथ कंाग्रेस भी राज्य की विकास की कोई सोच नहीं है, राज्य की ग्रीष्मकालीन गैरसैंण है, तो दोनों दल स्पष्ट करे कि राज्य की स्थायी राजधानी कहां है। 16 मार्च को केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक देहरादून में होनी सुनिश्चित हुई है जिसमें दल के आगामी कार्यक्रमों व रणनीति तैयार की जायेगी। प्रेस को संबोधित करते हुए श्री भट्ट जी कहा कि प्रदेश भ्रमण का कार्यक्रम कार्यकारिणी में तय किया जाना है, जिसमे गाँव गाँव व वार्ड स्तर तक कार्यक्रम दिया जाना है। इस अवसर पर चंबा टिहरी गढ़वाल में जवारना बगयाल मोटर मार्ग में हुई दुर्घटना पर दुख प्रकट किया जिसमें 6 की मृत्यु हुई और 4 घायल हुये। लेकिन जिला प्रशासन घायलों को उचित इलाज नही करवा रही है।

इस अवसर पर बीडी रतूड़ी, एपी जुयाल, हरीश पाठक, लताफत हुसैन, सुनील ध्यानी, सुरेंद्र कुकरेती, विजयंत निज्वाला, रंजन रतूड़ी, रविदत्त बलोनी, सतेंद्र भट्ट, विजय बौड़ाई, आशीष रतूड़ी, किशन रावत, शांति भट्ट, कुंवर प्रताप, राजेश्वरी रावत, उत्तम रावत, मीनाक्षी घिल्डियाल, दीपक घिल्डियाल, बहादुर रावत, सुरेंद्र पेटवाल आदि उपस्थित रहे।

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