टिहरी जिले के घनसाली तहसील मुख्यालय में स्टेट बैंक के सामने एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक गोवंश के घायल होने की सूचना मिलने पर एसडीम घनसाली शैलेंद्र सिंह नेगी ने तत्काल पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजा। विभाग के कर्मचारियों ने तत्परता के साथ गाय का इलाज किया।
गौरतलब है कि पलायन की मार झेल रहे उत्तराखंड के पहाड़ों में इन दिनों का गौ वंश दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पहले बैलों को हल लगाने के लिए घर पर रखा जाता था लेकिन आधुनिक यंत्र के युग में छोटे-छोटे ट्रैक्टरों से हल लगाए जाने की सुविधा मिलने के बाद गाय के साथ बैलों को भी सड़कों पर छोड़ दिया गया है।
इसके बाद गाय और बैल यहां वहां सड़कों पर ही भटक रहे हैं। जिससे न सिर्फ यातायात बाधित हो रहा है ।बल्कि जंगली हिंसक जानवर गुलदार भी इंसानी बस्ती के पास पहुंच रहे हैं और यदा-कदा इन पशुओं पर भी हमला करते हैं, जिसके बाद इन हिंसक जानवरों का इंसानों से टकराव की संभावना भी बढ़ गई है