उत्तराखंड की साख पर लगाया बट्टा – लोक सेवा आयोग #पटवारी भर्ती #पेपर लीक

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उत्तराखंड मे अंदर और बाहर की लड़ाई मे जूझ रहे सीएम धामी को जोशिमथ आपदा के साथ अब कई मंचो पर एक साथ जूझना पड़ रहा है । ऐसा क्या हुआ कि भर्ती घोटाले और पेपर लीक मामले मे बदनामी झेलने के बाद अब भी अजेंसिया सीएम के भरोसे को तोड़ रही है

 

क्या उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने भी सीएम धामी का भरोसा तोड़ दिया है? धामी ने  जिस उम्मीद के साथ उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को परीक्षा कराने के लिए जिम्मेदारियां सौंपी थी , पहली  ही परीक्षा में वह इस जिम्मेदारी में फेल होता हुआ नजर आया और उत्तराखंड एसटीएफ ने चार आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया फिर पांच आरोपी पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं , जिनमें एक महिला भी शामिल है । खास बात यह है कि यह पेपर लेकर करने  की जो बात है दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के एक कर्मचारी संजीव चतुर्वेदी ने ही ये काम करवाया है इसके बाद एसटीएफ आगे की कार्यवाही में जुट गई है

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सरकारी नौकरियों और रोजगार को लेकर उत्तराखंड में पहले से ही बहुत संकट है ऐसे में पेपर बार-बार लीक  होना यह बतला रहा है कि खामियां सिस्टम में बहुत ज्यादा है वह भी तब जब UKSSSC भर्ती घोटाले को लेकर पूरे देश में उत्तराखंड की  बदनामी हो चुके हैं , उसके बाद कई आरोपियों की गिरफ्तारी हुई लेकिन साल की शुरुआत में ही साल के पहले ही परीक्षा में इस तरह के का घोटाला उजागर होना यह बतलाता है कि अभी भी ऐसा तंत्र है जो सिस्टम को खोखला कर रहा है अब जरूरत तीखे एक्शन की है

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उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में बहुत फूल प्रूफ एक्शन के साथ परीक्षा कराने का दावा किया था और  खूब तारीफ पहले ही बटोरी थी । UKSSSC को लेकर जो सवाल उठे थे उन सवालों का जवाब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के जरिए देने की कोशिश सरकार की ओर से की गई लेकिन तमाम कोशिशें फिलहाल फेल साबित हुई है और अब हमला भी बिपक्ष  पक्ष कर रहा है

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उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं को लेकर एसटीएफ ने एक्शन एक बार फिर जरुर लिया है शुरुआत में ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है,  लेकिन जिस तरीके से यह मसला उठा है तो कांग्रेस इसे अब राजनीतिक तौर पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी और लोक सेवा आयोग के घेराव करने की बात भी कही है लेकिन मसला असल में यह है कि अब तक  भले ही एसटीएफ़ द्वारा गिरफ्तारियां हो चुकी हो  लेकिन जो साख का सवाल है उस साख पर बट्टा जरूर लगा है साल की शुरुआत में ही बट्टा लगा है आगे क्या होगा इसका भगवान ही मालिक है

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