चाय-पकोड़ा बेचना भी बन सकता है रोजगार

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मोदी के स्टार्ट अप को दी उड़ान।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सुरु किया औली चाय की ब्रांडिंग।

फोन पर आर्डर लेने के बाद मूड के हिसाब से 8 प्रकार की चाय बेच रहे इंजीनियरिंग पढ़े नौजवान।

गिरीश गैरोला

देश भर में रोजगार के नाम पर पीएम मोदी के पकोड़े बेचने को जुमला बताते हुए विपक्ष ने भले ही खूब हंगामा किया हो और इसे पढ़े लिखे लोगो को पकोड़े बेचने की सलाह बताते हुए इसका उपहास किया हो किन्तु इंजीनियरिंग की पढ़ाई प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के तुरंत बाद तीन नौजवानों ने बगैर सरकारी नौकरी का इंतजार किये नए कलेवर में चाय  बेचने का धंदा सुरु कर दिया है जिसकी पूरे शहर में चर्चा जोरों पर है।ईसके बाद विपक्ष को नए जबाब की तैयारी करनी पड़ सकती है।

उत्तरकाशी के पॉलिटेक्निक से सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 78% अंक प्राप्त करने के बाद  इन तीन नौजवानों ने चाय की नए ढंग से ब्रांडिंग सुरु कर औली चाय के नाम से ऑनलाइन चाय बेचने का काम सुरु कर दिया है। सूरूवात अपनी पॉकेट मनी से सुरु की। बाजार में एक कमरा किराये पर लिया और आठ प्रकार की चाय बेचनी सुरु कर दी है जिनमे लेमन चाय, दूध चाय, मसाला चाय, ग्रीन चाय, आम पापड़ चाय, हरी मिर्च चाय, ईरानी चाय सामिल है। फोन पर चाय का आर्डर मिलता है और सुबह तड़के से ये तीनो नौजवान दौड़ भाग सुरु कर देते है। तीनो दोस्तो ने काम का भी बंटवारा किया है।
तीनो दोस्तो में से अभिषेक उनियाल माजफ गाँव का, ब्रेजेश नेगी और विनीत चौहान पाटा और गंगोरी के रहने वाले है।
इनकी माने तो सरकारी नौकरी लेकर नौजवानों के मन में लीक पर चलने की प्रवृति पर रोक लगानी है।  इसके अलावा चाय का एक अलग तरह से ब्रांड बनाकर पेश करना भी उद्देश्य है और इसे फैसन के रूप में पेश करना है, इंसान के मूड के हिसाब से अलग अलग चाय, और चाय पेश करने का अंदाज भी ऐसे कि लोग ओली चाय के दीवाने हो जाय।
फोन
 पर मूड के मुताबिक शुद्ध हाइजीनिक चाय का अपना ही अलग अंदाज है।
इसके लिए ऑनलाइन नेट से चाय के अलग अंदाज की पूरी जानकारी ली गयी और प्रैक्टिस के बाद  26 जुलाई से विधिवत काम सुरु हो गया है।
चाय पीते हुए एक ग्राहक ने बताया कि पढ़े लिखे होने के बाद किसी भी कार्य मे शर्म महसूस न करना बड़ी बात है। कम से कम उन शिक्षित बेरोजगारों के मुह पर तमाचा है जो नौकरी न मिलने के बाद चोरी और रंगदारी के धंदे में पड़ गए है। कोई भी कम छोटा या बड़ा नही होता है। पीएम मोदी भी चाय बेचने के कम से सुरु कर पीएम बन सकते है तो इससे बड़ी नजीर क्या होगी।
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